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Sangeet Raag Shashtra List of All Content (सभी पोस्ट की सूची)

किसी भी पोस्ट (गीत, या राग) पर जाने के लिए उस पर टच किजिए Home 🏠 Sangeet Raag Shashtra सत्संग प्रार्थना (श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंन्द्र) -- सुबह का प्रार्थना (morning prayer) -- संध्या काल विनती (evening prayer) सत्संग भजन (श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंन्द्र) -- हिन्दी भजन, बंगला भजन , ओड़िया भजन -- होली गीत हिन्दी भोजपुरी ब्रज अवधी शास्त्रिय अन्य सत्संग लिरिक्स  -- विहंगम योग, सद्गुरु सदाफल देव जी  -- शिव चर्चा भजन (Shiv Charcha ) -- यीशु मसीह गीत रक्षा बंधन गीत ---- रक्षा रक्षाबंधन गीत स्कूल , कॉलेज -- देश भक्ति गीत -- स्कूल प्रार्थना ( assembly prayer) -- स्वागत गीत (Welcome Song) --- आरती संग्रह   भजन हिंदी (Bhajan Hindi) -- सतगुरु भजन -- छठ पूजा गीत -- होली गीत हिन्दी भोजपुरी ब्रज अवधी शास्त्रिय -- राम भजन -- हनुमान चालीसा -- कृष्ण भजन -- राधे भजन -- गणेश वंदना -- सरस्वती वंदना -- शिव भजन -- गुरु नानक -- ईसु भजन -- रामायण भजन  भोजपुरी भजन -- देवी भजन -- राम भजन -- शिव भजन भोजपुरी -- निर्गुण -- सोहर -- पूर्वी विवाह गीत , हल्दी गीत -- विवाह गीत -- हल्दी गीत -- अन्य शादी रस्म गीत रागश
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Thakur anukulchandra ji sandhya prathna satsang anukulchandra prathna evening संध्या का प्रार्थना

 (श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र प्रार्थना) वंदेपुरषोत्तम! वंदेपुरषोत्तम! वंदेपुरषोत्तम!    सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। म

Ugate Suraj ka Desh Japan 11 उगते सूरज का देश जापान question answer hindi class 6 svm Saraswati Shishu Vidya Mandir ssvm

  Svm 6 Hindi lesson 11 उगते सूरज का देश : जापान मौखिक प्रश्न  1. जापान को किस विनाशलीला का शिकार होना पड़ा? उत्तर: जापान को द्वितीय विश्व युद्ध में एटम बम की विनाशलीला का शिकार होना पड़ा। 2. जापानियों के मन में भारत के प्रति कैसे भाव हैं? उत्तर: जापानियों के मन में भारत के प्रति बहुत श्रद्धा और प्रेम है। प्रत्येक जापानी महात्मा बुद्ध के भारत में एक बार अवश्य जाना चाहता है। 3. 'सबवे' किसे कहते हैं? उत्तर: जापान की रेलगाड़ियाँ विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहाँ जमीन के नीचे भूमिगत रेलवे स्टेशन है जिसे ‘सबवे’ कहा जाता है।  4. टोकियो में क्या दर्शनीय हैं? उत्तर: टोकियो में 'शिंजुकू', 'रोपोंगी', 'आकासाका', 'डायट' (पार्लियामेंट हाउस), 'इंपीरियल पैलेस' तथा 'टोकियो टावर' दर्शनीय हैं। 5. गिंका का क्या अर्थ है? उत्तर: गिंका का अर्थ ‘धन’ होता है।  6. जापान के बच्चों के बारे में दो वाक्य बताइए। उत्तर: जापान में 15 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए शिक्षा अनिवार्य है। कहीं भी कोई बच्चा नौकरी करता नहीं दिखाई देता। लिखित प्रश्न  1. जापान की रेलगाड़ी की

Vyayam 10 व्यायाम question answer hindi class 6 svm Saraswati Shishu Vidya Mandir ssvm

  Svm 6 Hindi lesson 10 व्यायाम मौखिक प्रश्न  1. कैसा आदमी कभी कोई काम नहीं कर सकता? उत्तर: जिस आदमी का शरीर ही काम न करता हो, वह कोई भी कार्य नहीं कर सकता। 2. संस्कृत के प्रसिद्ध कवि कालिदास ने क्या कहा है? उत्तर: संस्कृत के प्रसिद्ध कवि कालिदास ने कहा है- “ शरीरमाद्यं खलु धर्मसाधनम्” अर्थात संसार में कर्तव्य -पालन करने के लिए पहला साधन शरीर ही है। 3. शरीर को स्वस्थ बनाए रखने का महत्वपूर्ण उपाय क्या है? उत्तर: शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए व्यायाम एक महत्वपूर्ण उपाय है।  4. किशोरावस्था में शरीर को फर्तीला और सशक्त कैसे बनाया जा सकता है ? उत्तर: खेल- कूद, जिम्नास्टिक, आसन, दौड़ना, तैरना , व्यायाम इत्यादि के द्वारा किशोरावस्था में शरीर को फर्तीला और सशक्त बनाया जा सकता है।  5. तैरने का क्या लाभ है? इसमें क्या सावधानी बरतनी चाहिए? उत्तर: तैरना एक श्रेष्ठ व्यायाम है। इससे मनोरंजन के साथ शरीर के सभी अंगो का व्यायाम हो जाता है। इससे हमारा शरीर मजबूत होता है। किसी योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में ही तैरना सीखना सुरक्षित रहता है। 6. व्यायाम कितने प्रकार के होते हैं? उत्तर: व्यायाम अनेक प्रकार