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Showing posts from April, 2023

रस्ते भर रो रो के हमसे पूछा पाँव के छालों ने, बस्ती कितनी दुर बसा ली दिल में बसने वालों ने basti kitni dur basa le Dil mein basne walo ne lyrics raste bhar ro ro ke humse poochha pao ke chhalo ne

  ग़ज़ल : रस्ते भर रो रो के हमसे पूछा पाँव के छालों ने ——————————————— –—-- ।। स्थाई ।। —---- रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालों ने, बस्ती कितनी, दुर बसा ली, दिल में बसने वालों ने —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालों ने, —----- ।। अंतरा  ।। —---- कौन हमारा दर्द पढ़ेगा , इन जख़्मी दीवारों पर, अपना अपना नाम लिखा है, सारे आने वालों ने  —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालोँ ने, बस्ती कितनी, दुर बसा ली, दिल में बसने वालोँ ने —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालोँ ने, ——————————————— दिल का गमों से रिश्ता क्या है, इश्क़ का हासिल आँसू क्यूँ, हमको कितना ज़हर पिलाया, इन बेदर्द सवालों ने —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालोँ ने, बस्ती कितनी, दुर बसा ली, दिल में बसने वालोँ ने —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालोँ ने, ——————————————— अपनी ग़जलो से गीतो से तुने युं (जग जीत) लिया, पेश किये हें तुमको दिलो के नज़राने, दिलवालों ने —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँव के छालोँ ने, बस्ती कितनी, दुर बसा ली, दिल में बसने वालोँ ने —रस्ते भर, रो रो के हमसे, पूछा पाँ

तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार राघव जी लिरिक्स Teri Mand Mand Muskaniya pe

भजन :  तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार राघव जी लिरिक्स ——————————————— तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी। —------------ ।। अंतरा 1 ।। —---------- तेरे बाल बड़े घुंघराले, बादल हो काले काले, तेरे पांव की पैजनिया से, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी। —----------- ।। अंतरा 2 ।। —---------- तेरे नैन बड़े कजरारे, लगते हैं प्यारे प्यारे, तेरी मधुर मधुर मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी। —----------- ।। अंतरा 3 ।। —---------- तेरे संग में सिया सुकुमारी, लगती है प्यारी प्यारी, इस युगल जोड़ी पर जाऊं मैं, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी। —----------- ।। अंतरा 4 ।। —---------- तेरी चाल अजब मतवाली, लगती है प्यारी प्यारी, तेरे पायल की झंकार पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहार राघव जी, तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे, बलिहा

Manoj Singh lyrics मनोज सिंह लिरिक्स

भजन कीर्तन --- तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार राघव जी 3) छुम छुम छाना नाना बाजे मैया पांव पैजनिया 4) पंडा कराय रहो पूजा मंदिरिया में झूम झूम के 5) हरि सुंदर नंद मुकुंदा हरि नारायण हरि ओम --- भजन बिना चैन ना आये राम -- श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सिने में -- हे राम ,( जगजीत सिंह) --- सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये निर्गुण भजन (हिंदी) --- मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे  चेतावनी भजन -- तूने जीवन गमा दिया --  इस तन का क्या भरोसा रुक जाए कब स्वागत गीत --- ए री सखी मंगल गावो री हे री सखी मंगल गावो री रामायण भजन -- सिरियल प्रारंभ/अंत चौपाई -- विधिना तेरे लेख किसी की समझ ना आते हैं -- राम सिया युग युग के साथी बिछड़ जाते हैं -- भरत सम नहीं दुजा कोई त्यागी -- रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी -- पत्ता पत्ता तिनका तिनका जोड़ते जाते हैं -- हर कोई है यहां बस निठूर नियति के हाथों का खिलौना -- राम कहानी सुनो रे राम कहानी -- राम जय जय राम श्री राम जय जय राम -- राम भक्त ले चला रे राम की निशानी  -- हे राम अवध के राजा, तुझे कौन सी दुविधा घेरे -- हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की -- हनुमान चा

Mangal Geet ए री सखी मंगल गावो री हे री सखी मंगल गावो री a ri sakhi e ri sakhi Heri Sakhi Mangal Gavo Ri, Dharti Ambar Sajao Ri

  मंगल गीत : हेरी सखी मंगल गावो री, धरती अम्बर सजाओ री —-------------------------------------------------- साजन आयो हेरी सखी, मैं तोडूं मोतियन दी हार लोग जाने मैं मोती चुनूं , मैं तो झुक झुक करूं जुहार ! –—-- ।। स्थाई ।। —---- हेरी सखी मंगल गावो री, धरती अम्बर सजाओ री, आज उतरेगी  पी की सवारी, हेरी कोई काजल लाओ री, मोहे काला टीका लगाओ री, उनकी छब से दिखूं में तो प्यारी, लक्ष्मी जी वारो , नजर उतारो, आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥ चोख पुरावो, माटी रंगावो, आज मेरे पिया घर आवेंगे —----- ।। अंतरा 1 ।। —---- रंगो से रंग मिले, नए-नए ढंग खिले, खुशी आज द्वारे मेरे , डाले है डेरा, पीहू पीहू पपीहा रटे, कुहू कुहू कोयल जपे, आँगन-आँगन है , परियो ने घेरा, अनहद नाद. बजाओ रे सब-मिल, आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥ चोख पुरावो, माटी रंगावो, आज मेरे पिया घर आवेंगे -------------------------------------------------- खबर सुनाऊ जो, खुशी ये बताऊँ जो, आज मेरे पिया घर आवेंगे ॥ 🏠 Sangeet Raag Shashtra 🌿 list of all content (सभी पोस्ट की सूची)🌿