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Showing posts from June, 2022

hai Ishq hai hamen sarjami se lyrics है इश्क़ है हमें सरज़मीं से

  देशभक्ति गीत- है इश्क़ है हमें सरज़मीं से ।।  स्थाई  ।।  है इश्क़ है हमें सरज़मीं से जमीन जमीन जमीन जमीन, जमीन जमीन जमीन जमीन --------------------------------- हर इंडियन की पहचान है ये, जमीन जमीन जमीन जमीन बाइबिल गीता कुरआन है ये, जमीन जमीन जमीन जमीन हर इंडियन की पहचान है ये, बाइबिल गीता कुरआन है ये ये है माँ है ये माँ है ये है इश्क़ है, है इश्क़ है हमें सरज़मीं से जमीन जमीन जमीन जमीन , है इश्क़ है हमें सरज़मीं से इश्क़ सरज़मीं से है, इश्क़ सरज़मीं से है --------।।  अंतरा  1 ।। ---------- "तुझे अर्पण, (तन मन धन तुझको,  तन मन धन तुझको अर्पण) "  हम बेटे हैं , इसे अपनी माँ बुलाते हैं माँ की रक्षा में हम, अपनी जान लुटाते हैं --- माय नेशन इस माय प्राइड, माय नेशन इस माय प्राइड हर इंडियन का अरमान है ये, बाइबिल गीता कुरआन है ये ये है माँ है ये,  माँ है ये है इश्क़ है हमें सरज़मीं से (इश्क़ सरज़मीं से है)2 है इश्क़ है हमें सरज़मीं से, जमीन जमीन जमीन जमीन --------।।  अंतरा  2 ।। ---------- "इस धरती पे हमको नाज़, है दुआ दिल से ये आज है दुआ दिल से ये आज, रब्बा मेरे रखियो लाज"  है यमुना कहीं , तो

Dekh Kar Ramji Ko Janak Nandini Lyrics देख कर रामजी को जनक नंदिनी लिरिक्स

राम विवाह भजन - देख कर रामजी को जनक नंदिनी लिरिक्स ।।  स्थाई  ।। देख कर रामजी को, जनक नंदिनी, (बाग़ में बस खड़ी की खड़ी रह गई)2 राम देखे सिया को, सिया राम को, (चारों अखियाँ लड़ी की लड़ी रह गई)2 ---(देख कर रामजी को, जनक नंदिनी)2 --------।।  अंतरा 1  ।। ---------- सब सख़ी देखकर यूँ कहने लगी, रच दी है विधाता ने सुन्दर जोड़ी, पर धनुश कैसे तोड़ेंगे कोमल कुँवर, मन में शंका बनी की बनी रह गई, ---(देख कर रामजी को, जनक नंदिनी)2  (बाग़ में में बस खड़ी की खड़ी रह गई)2 (राम देखे सिया को, सिया राम को)2 --------।।  अंतरा 2  ।। ---------- बोली दूजी सखी ये छोटे ही सही,  पर चमत्कार इनका तू नहीं जानती, एक भी बाण में ताड़का जी गिरी,  फिर उठी ना पड़ी की पड़ी रह गई, ---(देख कर रामजी को, जनक नंदिनी)2  (बाग़ में में बस खड़ी की खड़ी रह गई)2 (राम देखे सिया को, सिया राम को)2 --------।।  अंतरा 3  ।। ---------- जब अयोध्या से जब जनकपुर गए, छत से सब सखियाँ थीं लगी झाँकने, काम युगल रूप देख, जनक नंदिनी, जहाँ खड़ी थी खड़ी की खड़ी रह गई, ---(देख कर रामजी को, जनक नंदिनी)2  (बाग़ में में बस खड़ी की खड़ी रह गई)2 (राम देखे सिया को, सिय

sab me wahi ram hai sab me wahi shyam sabki ek atma lyrics सब में वही राम है सब में वही श्याम सबकी एक आत्मा‌ अगल अगल हैं नाम

  Movie: Naag Pooja भजन - सब में वही राम है सब में वही श्याम सबकी एक आत्मा‌ अगल अगल हैं नाम  --------------------------------- " छोटे मुँह से बड़ी बात, कहता हूँ सुनो ऐ इंसानों ऊपर की चमक पर मत जाओ,भीतर की आत्मा पहचानों नफ़रत करने वालो आखिर, ये भी है इंसान हो सकता हैं इसी भेष में, आये हो भगवान वे कुरूप है काला है, बेचारा है लाचार इसी रुप में कभी कभी, प्रभु लेते हैं अवतार"  ।।  स्थाई  ।। सब में वही राम हैं, सब में वही श्याम (सबकी एक आत्मा, अगल अगल हैं नाम)2 --------।।  अंतरा 1 ।। ---------- आदमी के रुप रंग पे ना जाइए उसके अंग में छुपे प्रभु को पाइए दिल किसी का भूल से भी ना दुखाइए जो गिरा हुआ उसे गले लगाइए ---(सब में वही राम हैं, सब में वही श्याम (सबकी एक आत्मा, अगल अगल हैं नाम)2 --------।।  अंतरा 2 ।। ---------- नज़र नही चुराइए किसी गरीब से उसकी आँख झांकिए जरा करीब से उसकी एक पलक में छुपे सीता राम है और दुसरे पलक में राधे श्याम हैं ---(सब में वही राम हैं, सब में वही श्याम (सबकी एक आत्मा, अगल अगल हैं नाम)2 Home 🏠 Sangeet Raag Shashtra 🌿 list of all content (सभी पोस्ट की सूची)

Chhap Tilak Sab Chhini Re Mose Naina Milaike Lyrics छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलाइके

  कृष्ण भजन- छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलाइके --------------------------------- " अपनी छब बनाई के, जो मैं पी के पास गई जब छब देखी पीहू की, सो मैं अपनी भूल गई " ।।  स्थाई  ।। छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलईके, छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना! नैना! मोसे नैना! नैना! रे! मोसे नैना मिलईके! नैना मिलईके, छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना , नैना मिलईके,  नैना मिलईके , नैना मिलईके  --- (छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलईके) ।।  स्थाई  ।। ए री सखी मैं तो से कहूं, मैं जो गई थी पनीया भरन को,  छीन झपट मोरी मटकी पटकी नैना मिलईके, --- (छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलईके) ।।  अंतरा  ।।  1  ।। बलि बलि जाऊँ मैं, तोरे रंग रजवा, तोरे रंग रजवा, अपने सी रंग लिनी रे, मोसे नैना मिलईके --- (छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलईके) ।।  अंतरा  ।।  2  ।। ए री सखी मैं तो से कहूं, हरी हरी चूड़ियाँ, गोरी गोरी बईया बहियां पकड़ हर लिनी रे, मोसे नैना मिलईके --- (छाप तिलक सब छीनी रे, मोसे नैना मिलईके) --- अन्य पंक्तियां ---  --------------------------------- प्रेम भक्ति का, मदवा पिलई के, मतवारी कर दिन