Shri Radhe Braj Jan man sukh kari lyrics, Radhe Shyam radhe Shyam radhe Shyam radhe Shyam श्री राधे ब्रज जन मन सुखकारी
ॐ कीर्तन- श्री राधे ब्रज जन मन सुखकारी
।। स्थाई ।।
(राधे श्याम)8 (राधे श्याऽऽम)2
श्री राधे ब्रज जन मन सुखकारी, राधे श्याम श्यामा श्याम
श्री राधे ब्रज जन मन सुखकारी, राधे श्याम राऽधे श्याम
(राधे श्याम)4 (राधे श्याऽऽम)2
।। अन्तरा ।।
मोर मुकुट मकराकृत कुण्डल, गल वैजयंती माला।
चरणन नुपर रसाल, राधे श्याम श्यामा श्याम | 1 |
--(राधे श्याम)4 (राधे श्याऽऽम)2
सुन्दर वदन कमल-दल लोचन, बांकी चितवन हारी।
मोहन वंशी विहारी, राधे श्याम श्यामा श्याम | 2 |
--(राधे श्याम)4 (राधे श्याऽऽम)2
वृन्दावन में धेनु चरावे, गोपीजन मन हारी।
श्री गोवेर्धन धारी, राधे श्याम श्यामा श्याम | 3 |
--(राधे श्याम)4 (राधे श्याऽऽम)2
राधा कृष्ण मिली अब दोऊ, गौर रूप अवतारी।
कीर्तन धर्म प्रचारी, राधे श्याम श्यामा श्याम | 4 |
--(राधे श्याम)4 (राधे श्याऽऽम)2
तुम बिन मेरा और ना कोई, नाम रूप अवतारी।
चरणन में बलिहारी, राधे श्याम श्यामा श्याम।
नारायण बलिहारी, राधे श्याम श्यामा श्याम | 5 |
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