man ki bina se gunjit dhwani manglam lyrics man ki vina se gunjit dhwani mangalam मन की वीणा से गुंजित ध्वनि मंगलम man ki Veena se gunjit dhvni manglam
स्वागत गीत- मन की वीणा से गुंजित ध्वनि मंगलम
।। स्थायी ।।
(मन की वीणा से गुंजित ध्वनि मंगलम )2
(स्वागतम! , स्वागतम! , स्वागतम !, स्वागतम! )4
।। अन्तरा ।।
1) (कैसा पावन सुहावन समय आज है,
आप आये अतिथियों के सरताज हैं,)2
देव की भांति पूजन करें आज हम)2
(स्वागतम , स्वागतम , स्वागतम , स्वागतम )4
---(मन की वीणा से गुंजित ध्वनि मंगलम )2
स्वागतम! , स्वागतम! , स्वागतम !, स्वागतम!
2) (मन की बगिया से हमने हैं कलियाँ चुनी,
श्रद्धा के फूलों से हमने माला बुनी)2
(करते हैं मिलके अर्पित सुमन आज हम)2
(स्वागतम! , स्वागतम! , स्वागतम !, स्वागतम! )2
---(मन की वीणा से गुंजित ध्वनि मंगलम)2
(स्वागतम! , स्वागतम! , स्वागतम !, स्वागतम! )4
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