ॐ गीत- श्याम तेरी बंसी पुकारे राधे लोग करे मीरा को यूंही बदनाम
।। मुखड़ा ।।
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
।। स्थाई ।।
(श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम)2
(लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम)2
(साँवरे की बंसी को बजने से काम)2
(राधा का भी श्याम हो, तो मीरा का भी श्याम)2
।। अन्तरा ।।
1) हो ऽऽऽ
(जमुना की लहरें बंसीबट की छैयां
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया)2
(श्याम का दीवाना तो सारा बृज धाम)2
--लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
(साँवरे की बंसी को बजने से काम)2
(राधा का भी श्याम हो, तो मीरा का भी श्याम)2
2) हो ऽऽऽ
(कौन जाने बाँसुरिया किसको बुलाए
जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाए)2
कौन नहीं!
कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम
--राधा का भी श्याम हो, तो मीरा का भी श्याम
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
श्याम तेरी! कन्हैया तेरी बंसी!
पुकारे राधा नाम
लोग करें मीरा को यूँ ही बदनाम
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