भजन - हमने आँगन नहीं बुहारा कैसे आयेंगे भगवान
---------------------------------
हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान,
चंचल मन को नहीं संभाला, कैसे आयेंगे भगवान,
---- कैसे आयेंगे भगवान।।
---------------------------------
हर कोने कल्मष कषाय की, लगी हुई है ढेरी,
नहीं ज्ञान की किरण कहीं भी, हर कोठरी अँधेरी,
आँगन चौबारा अँधियारा, कैसे आयेंगे भगवान।।
कैसे आयेंगे भगवान।।
--- हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान,
---------------------------------
हृदय हमारा पिघल ना पाया, जब देखा दुखियारा,
किसी पन्थ भूले ने हमसे, पाया नहीं सहारा,
सूखी है करुणा की धारा, कैसे आयेंगे भगवान।।
कैसे आयेंगे भगवान।।
--- हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान,
---------------------------------
अन्तर के पट खोल देख लो, ईश्वर पास मिलेगा,
हर प्राणी में ही परमेश्वर, का आभास मिलेगा,
सच्चे मन से नहीं पुकारा, कैसे आयेंगे भगवान।।
कैसे आयेंगे भगवान।।
--- हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान,
---------------------------------
निर्मल मन हो तो रघुनायक, शबरी के घर जाते,
श्याम सूर की बाँह पकड़ते, साग विदुर घर खाते,
इस पर हमने नहीं विचारा, कैसे आयेंगे भगवान।।
कैसे आयेंगे भगवान।।
--- हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान,
---------------------------------
हमने आँगन नहीं बुहारा, कैसे आयेंगे भगवान,
चंचल मन को नहीं संभाला, कैसे आयेंगे भगवान,
---- कैसे आयेंगे भगवान।।
Comments
Post a Comment