भजन - सिया रानी का अचल सुहाग रहे
---------------------------------
सिया रानी का अचल सुहाग रहे, राजा राम के सिर पर ताज रहे,
--- सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
---------------------------------
जब तक ले शीशहि बात रहे, गंगा जमुना की धारा बहती रहे,
राजा राम के सिर पर ताज रहे,
सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
--- सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
---------------------------------
नित कनक बिहारी बिराज रहे, नित भरा पूरा दरबार रहे,
राजा राम के सिर पर ताज रहे,
सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
--- सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
---------------------------------
नित बन्नी रहे नित बन्ना, नित बन्नी बन्ना में बना रहे
राजा राम के सिर पर ताज रहे,
सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
--- सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
---------------------------------
सिया रानी का अचल सुहाग रहे,
राजा राम के सिर पर ताज रहे,
सिया रानी का अचल सुहाग रहें।।
Comments
Post a Comment