phagun ke din chaar holee khel mana re mirabai Holi lyrics फागुन के दिन चार होली खेल मना रे मीराबाई होली
होली गीत- फागुन के दिन चार होली खेल मना रे मीराबाई होली
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फागुन के दिन चार होली खेल मना रे / मीराबाई
राग होरी सिन्दूरा
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फागुन के दिन चार रे, होली खेल मना रे
।। अंतरा ।। 1 ।।
बिन करताल पखावज बाजै, अणहद की झणकार रे
बिन सुर राग छतीसूं गावै, रोम रोम रणकार रे
--- (होली खेल मना रे
--- (फागुन के दिन चार रे, होली खेल मना रे)2
।। अंतरा ।। 2 ।।
सील संतोष की केसर घोली, प्रेम प्रीत पिचकार रे
उड़त गुलाल लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे
--- (होली खेल मना रे
--- (फागुन के दिन चार रे, होली खेल मना रे)2
।। अंतरा ।। 3 ।।
घटके सब पट खोल दिये रे, लोकलाज सब डार रे
मीराके प्रभु गिरधर नागर, चरण कवल बलिहार रे
--- (होली खेल मना रे
--- (फागुन के दिन चार रे, होली खेल मना रे)2
फागुन के! होली खेल मना रे
आऽऽ होली खेल मना रे
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