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Showing posts from February, 2022

arati kije hanuman lala ki dusht dalan raghunath kala ki arti lyrics आरती कीजै हनुमान लला की दुष्ट दलन रघुनाथ कला की

  आरती - श्री हनुमान जी की  " आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की" --------------------------------- ।।  स्थाई  ।। आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ आरती कीजै हनुमान लला की।दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ ।।  अंतरा  ।।  1  ।। जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥ अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥ ---(आरती कीजै हनुमान लला की)2 ।।  अंतरा  ।।  2  ।। दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए॥ लंका सो कोट समुद्र-सी खाई। जात पवनसुत बार न लाई॥ लंका जारि असुर संहारे। सियारामजी के काज सवारे॥ ---(आरती कीजै हनुमान लला की)2 ।।  अंतरा  ।।  3  ।। लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे। आनि संजीवन प्राण उबारे॥ पैठि पाताल तोरि जम-कारे। अहिरावण की भुजा उखारे॥ बाएं भुजा असुरदल मारे। दाहिने भुजा संतजन तारे॥ ---(आरती कीजै हनुमान लला की)2 ।।  अंतरा  ।।  4  ।। सुर नर मुनि जन आरती उतारें। जय जय जय हनुमान उचारें॥ कंचन थार कपूर लौ छाई। आरती करत अंजना माई॥ जो हनुमानजी की आरती गावे। बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥ ---(आरती कीजै हनुमान लला की)4 -------------------------

Om Jai Shiv Omkara prabhu har shiv omkara Arti lyrics ॐ जय शिव ओमकारा प्रभु हर शिव ओंकारा

--------------------------------- आरती - श्री शंकर भगवान जी की  "ॐ जय शिव ओमकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा"  --------------------------------- ।।  स्थाई  ।। ॐ जय शिव ओमकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा।  (ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव)2, अर्द्धांगी धारा॥ ---(ओम जय शिव ओमकारा) ।।  अंतरा  ।।  1  ।। एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। "स्वामी पञ्चानन राजे" (हंसानन गरूड़ासन)2 वृषवाहन साजे॥ ---(ओम जय शिव ओमकारा) ।।  अंतरा  ।।  2  ।। दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। " स्वामी दसभुज अति सोहे" (तीनों रूप निरखता)2 त्रिभुवन मन मोहे॥ ---(ओम जय शिव ओमकारा) ।।  अंतरा  ।।  3  ।। अक्षमाला वनमाला मुण्डमालाधारी। " स्वामी मुण्डमालाधारी " (चंदन मृग मद चंदा)2, भोले शुभकारी ---(ओम जय शिव ओमकारा) ।।  अंतरा  ।।  4  ।। श्वेताम्बर पीताम्बर बाघाम्बर अंगे। "स्वामी बाघाम्बर अंगे" (ब्रह्मादिक सनकादिक)2 भूतादिक संगे॥ ---(ओम जय शिव ओमकारा) ।।  अंतरा  ।।  5  ।। कर मध्ये च कमण्डल चक्र त्रिशूल धरता। "स्वामी चक्र त्रिशूल धरता"  (जग करता जग हरता)2, जग पालन करता।। ---(ओम जय शिव ओमकारा) ।

om jai lakshmi mata maiya jai lakshmi mata maa Lakshmi aarti lyrics ॐ जय लक्ष्मी माता, मईया जय लक्ष्मी माता

  आरती - श्री लक्ष्मी जी की  " ॐ जय लक्ष्मी माता, मईया जय लक्ष्मी माता "  --------------------------------- ।।  स्थाई  ।। ॐ जय लक्ष्मी माता, मईया जय लक्ष्मी माता  (तुमको निशिदिन सेवत)2,हरि विष्णु विधाता ---(ॐ जय लक्ष्मी माता) ।।  अंतरा  ।।  1  ।। उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता " मईया तुम ही जग-माता"   (सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत)2, नारद ऋषि गाता ---(ॐ जय लक्ष्मी माता) ।।  अंतरा  ।।  2  ।। दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता " मईया सुख सम्पत्ति दाता" (जो कोई तुमको ध्यावत)2, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ---(ॐ जय लक्ष्मी माता) ।।  अंतरा  ।।  3  ।। तुम पाताल-निवासिनि,तुम ही शुभदाता" मईया तुम ही शुभदाता" (कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी)2, भवनिधि की त्राता ---(ॐ जय लक्ष्मी माता) ।।  अंतरा  ।।  4  ।। जिस घर में तुम रहतीं, तह सद्गुण आता " मईया तह सद्गुण आता" (सब सम्भव हो जाता)2, मन नहीं घबराता ---(ॐ जय लक्ष्मी माता) ।।  अंतरा  ।।  5  ।। तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता " मईया वस्त्र न कोई पाता" (खान-पान का वैभव)2, सब तुमसे आता ---(ॐ जय लक्ष्मी

Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva Mata jaaki Parvati Arti lyrics जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती

  आरती - जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती ।।  स्थाई  ।। जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ---(जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा) ---(माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा) ।।  अंतरा  ।।  1  ।। (एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी माथे सिंदूर सोहे, मूस की सवारी)2 पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा ---(जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा) ---(माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा) ।।  अंतरा  ।।  2  ।। (अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया)2 सुर शाम शरण आये सफल कीजे सेवा माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ---(जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा) ---(माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा) ।।  अंतरा  ।।  3  ।। (बिनन की लाज राखो शंभू सूत वारी कामना को पूरा करो जग बली हारी)2 ---(जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा) ---(माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा) Home 🏠 Sangeet Raag Shashtra 🌿 list of all content (सभी पोस्ट की सूची)🌿

Arti list आरती संग्रह

 आरती संग्रह --- जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती --- ॐ जय लक्ष्मी माता, मईया जय लक्ष्मी माता --- ॐ जय शिव ओमकारा, प्रभु हर शिव ओंकारा --- आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की

Chalo Shiv Shankar Ke Mandir Me Bhakto Lyrics चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों

  शिव भजन- चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों ।।   मुखड़ा   ।। जय भोलेनाथ! जय हो शिव शम्भू  जय भोलेनाथ! जय हो शिव शम्भू  लिया नाम जिसने भी शिवजी का मन से, उसे भोले शंकर ने अपना बनाया  खुले उसपे सब द्वार शिव कि दया के ,जो श्रद्दा से भोले के मंदिर में आया  हर हर हर महादेव की जय हो, शंकर शिव कैलाशपति की जय हो ।।  स्थाई  ।। (चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों)2 शिव जी के चरणों में सर को झुकाए (करें अपने तन मन को गंगा सा पावन)2 जपें नाम शिव का भजन इनके गाएं ---(चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों) (हर हर महादेव की जय हो, हर हर महादेव की जय हो)2 ।।  अंतरा  ।।  1  ।। ये संसार है झूठी माया का बंधन शिवालय में मारग है मुक्ति का भक्तों ॐ नमः शिवाय नमो महादेव का नाम लेने से हर दिन, मिलेगा हमें दान शक्ति का भक्तों (मिट्टी में मिट्टी की काया मिलेगी)2 चलो आत्मा को तो कुंदन बनाएं ---(चलो शिव शंकर के मंदिर में भक्तों) ।।  अंतरा  ।।  2  ।। कहीं भी नहीं अंत उस की दया का, करें वंदना उस दयालु पिता की ॐ नमः शिवाय नमो हमें भी मिले छावं उसकी कृपा की, हमें भी मिले भीख उसकी दया की (लगाकर समाधि करें शिव का सुमिरन)2 यूँ

He Bhole Shankar Padharo baithe chhup ke kahan lyrics हे भोले शंकर पधारो बैठे छुप के कहाँ आओ मुक्ति के दाता

  शिव भजन- हे भोले शंकर पधारो बैठे छुप के कहाँ  ।।  स्थाई  ।। हे भोलेऽऽऽ ऽ  हे भोले! शंकर पधारो!  हे भोले! शंभू पधारो! बैठे छुप के कहाँ  जटा धारी पधारो, बैठे छुप के कहाँ  (गंगा जटा में तुम्हारी होऽऽ )2 हम प्यासे यहाँ महा सती के पति मेरी सुनो वंदना  --- हे भोले! शंकर पधारो! बैठे छुप के कहाँ (आओ मुक्ति के दाता होऽऽ)2 पड़ा संकट यहाँ महा सती के पति बोलो छुपे हो कहां --- हे भोले! ।।  अंतरा  ।।  1  ।। बगीरथ को गंगा प्रभु तुमने दी थी, सगर जी के पुत्रों को मुक्ति मिली थी नील कंठ महादेव हमें है भरोसा, इच्छा तुम्हारी बिन कुछ भी नहीं होता --- (हे भोले शम्भू पधारो!)  हे गौरी शंकर पधारो किस ने रोके वहां, (आओ भस्म रमयिया सब को तज के यहाँ)2 --- हे भोले! ।।  अंतरा  ।।  2  ।। मेरी तपस्या का फल चाहे लेलो, गंगा जल अब अपने भक्तो को दे दो प्राण पखेरू कहीं प्यासा उड़ जाए ना, कोई तेरी करुना पे उंगली उठाए ना (भिक्षा मैं मांगू जन कल्याण की)2, इच्छा करो पूरी गंगा स्नान की  अब ना देर करो!, आ के कष्ट हरो! मेरी बात रख लो!, मेरी लाज रख लो! हे भोले गंगधर पधारो,  हे भोले विषूधर पधारो, डोरी टूट जाए ना, (मेरा जग में नह

He Shambhu Baba Mere Bholenath Bhajan Lyrics हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ भजन

शिव भजन- हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ, तीनो लोक में तू ही तू ।।  मुखड़ा  ।। " शिव नाम से है, जगत में उजाला  हरी भक्तों के है, मन में शिवाला"  आऽ आऽ ऽऽ आऽऽऽ आऽऽ ।।  स्थाई  ।। (हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ, तीनो लोक में तू ही तू श्रद्धा सुमन मेरा मन बेलपत्री, जीवन भी अर्पण कर दूँ)2 ---(हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ, तीनो लोक में तू ही तू) ।।  अंतरा  ।।  1  ।। जग का स्वामी है तू, अंतरयामी है तू मेरे जीवन की अनमिट ,कहानी है तू तेरी शक्ति अपार, तेरा पावन है द्वार तेरी पूजा ही मेरा जीवन आधार धुल तेरे चरणों की ले कर, जीवन को साकार किया ---(हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ, तीनो लोक में तू ही तू) ।।  अंतरा  ।।  2  ।। मन में है कामना, और कुछ  जानू ना ज़िन्दगी भर करू , तेरी आराधना सुख की पहचान दे, तू मुझे ज्ञान दे  प्रेम सब से करूँ,  ऐसा वरदान दे तुने दिया बल निर्बल को,अज्ञानी को ज्ञान दिया ---(हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ, तीनो लोक में तू ही तू) --------------------------------- (श्रद्धा सुमन मेरा मन बेलपत्री, जीवन भी अर्पण कर दूँ) ---(हे शम्भू बाबा मेरे भोलेनाथ, तीनो लोक में तू ही तू) Home 🏠 Sange

Subah Subah Le Shiv Ka nam kar le bande ye shubh kam lyrics सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम

  शिव भजन- सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम ।।  स्थाई  ।। सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ---(सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम) ॐ नमः शिवाय!  ॐ नमः शिवाय! ॐ नमः शिवाय!  ॐ नमः शिवाय! ।।  अंतरा  ।।  1  ।। (खुद को राख लपेटे फिरते, औरों को देते धन धान)2 देवो के हित विष पी डाला, नीलकंठ को कोटि प्रणाम --- नीलकंठ को कोटि प्रणाम! ---सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ---(सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम) ॐ नमः शिवाय!  ॐ नमः शिवाय! ॐ नमः शिवाय!  ॐ नमः शिवाय! ।।  अंतरा  ।।  2  ।। (शिव के चरणों में मिलते हैं, सारी तीरथ चारो धाम)2 करनी का सुख तेरे हाथों, शिव के हाथों में परिणाम --- शिव के हाथों में परिणाम! ---सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम ---(सुबह सुबह ले शिव का नाम, करले बन्दे ये शुभ काम) ॐ नमः शिवाय!  ॐ नमः शिवाय! ॐ नमः शिवाय!  ॐ नमः शिवाय! ।।  अंतरा  ।।  3  ।। (शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम)2 शिव को भजले सु