सत्संग भजन- कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी
।। स्थाई ।।
कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी
ठाकुर अनुकूल चंद्र बा नमवा
देवघर में सत्संग नगर इनकर धमवा
विष्णु विश्व आधार हो, नारायण हरि जी
---(कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी)2
।। अंतरा ।। 1 ।।
यजन- याजन दिए हैं, मंत्र साधन को
सत्संग दिए हैं, ज्ञान वर्धन को
इष्टवृति विपदा कटार हो, नारायण हरि जी
---(कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी)2
।। अंतरा ।। 2 ।।
मुक्ति हेतु सतनाम दिए हैं,
परमवाणी भगवान दिए हैं
--- इष्टवृति विपदा कटार हो, नारायण हरि जी
---(कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी)2
।। अंतरा ।। 3 ।।
आवा शरन में ठाकुर के भाई,
सुख शांति मुक्ति सब मिलजाई,
कर दिहें जीवन बेड़ा पार हो, नारायण हरि जी
-------पुनः------
कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी
ठाकुर अनुकूल चंद्र बा नमवा
देवघर में सत्संग नगर इनकर धमवा
विष्णु विश्व आधार हो, नारायण हरि जी
---(कलयुग में लेले अवतार हो, नारायण हरि जी)2
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