गुरु भजन- गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना
।। स्थाई ।।
गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना
मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना,
--- गुरुदेव दया करके मुझकों अपना लेना,
--------।। अंतरा 1 ।। ----------
करूणा निधि नाम तेरा, करूँणा दिखला जाना,
सोये हुए भाग्यों को, हे नाथ जगा देना,
मेरी नाँव भँवर डोले इसे पार लगा देना,
--- गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना,
--------।। अंतरा 2 ।। ----------
तुम सुख के सागर हो, निर्धन के सहारे हो,
इस तन में समाये हो, मुझे प्राणों से प्यारे हो,
नित माला जपूँ तेरी, नहीं दिल से भुला देना,
--- गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना,
--------।। अंतरा 3 ।। ----------
पापी हूँ या कपटी हूँ, जैसा भी हूँ तेरा हूँ,
घर बार छोड़ कर मैं जीवन से खेला हूँ,
दुःख का मार हूँ मैं, मेरे दुखड़ा मिटा देना,
--- गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना,
--------।। अंतरा 4 ।। ----------
मैं सब का सेवक हूँ, तेरे चरणों का चेरा हूँ,
नहीं नाथ भुलाना मुझे, इसे जग में अकेला हूँ,
तेरे दर का भिखारी हूँ, मेरे दोष मिटा देना,
--- गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना,
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