राम कृष्ण भजन- भजन बिना चैन ना आये राम
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बैठ के तू पिंजरे में पंछी काहे को मुस्काए
हम सब हैं इस जग में कैदी तु ये समझ ना पाए
।। स्थाई ।।
भजन बिना चैन ना आये राम,
कोई ना जाने कब हो जाये, इस जीवन की शाम,
भजन बिना चैन ना आये राम,
राम राम राम, राधे, श्याम श्याम श्याम
सीता, राम राम राम, राधे, श्याम श्याम श्याम
--------।। अंतरा 1 ।। ----------
मोह माया की आस तो पगले होगी कभी न पूरी,
करते करते भजन प्रभु का मिटा जाएगी दुरी,
हम भक्तो के साथ साथ लो सब ही प्रभु का नाम,
--- भजन बिना चैन ना आये राम,
राम राम राम, राधे, श्याम श्याम श्याम
सीता, राम राम राम, राधे, श्याम श्याम श्याम
--------।। अंतरा 2 ।। ----------
भजन है अमृत रस का प्याला,
शाम सवेरे पीना, इसको पी कर सारा जीवन
मस्ती में तू जीना,
भक्ति करलो बन जायेगे अपने बिगड़े काम,
--- भजन बिना चैन ना आये राम,
राम राम राम, राधे, श्याम श्याम श्याम
सीता, राम राम राम, राधे, श्याम श्याम श्याम
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