भजन- दूल्हा देहाती चाही
।। स्थाई ।।
करी ले सोमारी बचपने से
माँगीले मनौती अपना मने से
रुपया वाला मोटहन नाही पार्टी चाही
बोले भोजपुरिये बोलिया खाटी चाही
दूल्हा देहाती चाही, दूल्हा देहाती चाही !
हरदम जिये हमरे खातिर चाही
दूल्हा देहाती चाही, दूल्हा देहाती चाही !
।। अंतरा ।। 1 ।।
हमरा प बाबा हो जाई सहईया
रउवा के चढ़ावतानी बेल के पतईया
दूल्हा देहाती ..!
हमरा प बाबा अब हो जाई सहईया
रउवा के चढ़ावतानी बेल के पतईया
नाही खिसियाह खुरापाती चाही
हो हो ..!
--- बोले भोजपुरिये बोलिया खाटी चाही
दूल्हा देहाती चाही, दूल्हा देहाती चाही !
हरदम जिये हमरे खातिर चाही
दूल्हा देहाती चाही, दूल्हा देहाती चाही !
।। अंतरा ।। 1 ।।
दिलवा के हमरा बाबा बुझे सब बतिया
साफ सुथरा छवि ओकर निमने रहे आदतिया
दूल्हा देहाती ..!
अरे दिलवा के हमरा बाबा बुझे सब बतिया
साफ सुथरा छवि ओकर निमने रहे आदतिया
विजय के जईसन लम्बा गाती चाही
हो हो ..!
--- बोले भोजपुरिये बोलिया खाटी चाही
दूल्हा देहाती चाही, दूल्हा देहाती चाही !
हरदम जिये हमरे खातिर चाही
दूल्हा देहाती चाही, दूल्हा देहाती चाही !
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