Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Mere sarkar aaye Hai Lyrics सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये है लिरिक्स
भजन- सजा दो घर को गुलशन सा मेरे सरकार आये
।। स्थाई ।।
सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
सजा दो घर को मंदिर सा , मेरे सरकार आये है
मेरे सरकार आए हैं! मेरे सरकार आए हैं!
लगी कुटिया भी दुल्हन सी , मेरे सरकार आये है
---सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
।। अंतरा ।। 1 ।।
(पखारो इनके चरणों को , बहाकर प्रेम की गंगा)2
बहाकर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलकों को , मेरे सरकार आये है
---सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
।। अंतरा ।। 2 ।।
(उमड़ आयी मेरी आँखे , देखकर अपने बाबा को)2
देखकर अपने बाबाऽऽ को
हुयी रोशन मेरी गलिया , मेरे सरकार आये है
---सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
।। अंतरा ।। 3 ।।
तुम आकर फिर नही जाना , मेरी इस सुनी दुनिया से
मेरी इस सुनी दुनिया से
कहू हरदम यही सबसे , मेरे सरकार आये है
---सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
---सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
लगी कुटिया भी दुल्हन सी , मेरे सरकार आये है
---सजा दो घर को गुलशन सा , मेरे सरकार आये है
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