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hai prit jahan ki rit sada mai git wahan ka gata hu lyrics है प्रीत जहाँ की रीत सदा, मैं गीत वहाँ के गाता हूँ भारत का रहने वाला हूँ

 


देशभक्ति गीत-  है प्रीत जहाँ की रीत सदा, मैं गीत वहाँ के गाता हूँ भारत का रहने वाला हूँ

।।   मुखड़ा   ।।

जब ज़ीरो दिया मेरे भारत ने! भारत ने! मेरे भारत ने!

दुनिया को तब गिनती आयी! 

तारों की भाषा भारत ने! दुनिया को पहले सिखलायी!

देता ना दशमलव भारत तो, यूँ चाँद पे जाना मुश्किल था

धरती और चाँद की दूरी का, अंदाज़ा लगाना मुश्किल था

(सभ्यता जहाँ पहले आयी)2 पहले जनमी है जहाँ पे कला

अपना भारत वो भारत है, जिसके पीछे संसार चला

संसार चला और आगे बढ़ा, यूँ आगे बढ़ा, बढ़ता ही गया

भगवान करे ये और बढ़े (बढ़ता ही रहे और फूले-फले)2

।।  स्थाई  ।।

(है प्रीत जहाँ की रीत सदा)2

है प्रीत जहाँ की रीत सदा, मैं गीत वहाँ के गाता हूँ

भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ

है प्रीत जहाँ की रीत सदा!! 

ओ होऽऽ ओ हो ऽ 

।।  अंतरा  ।।

1) (काले  गोरे का भेद नहीं, हर दिल से हमारा नाता है)

कुछ और न आता हो हमको, हमें प्यार निभाना आता है

जिसे मान चुकी सारी दुनिया (हो!) जिसे मान चुकी सारी दुनिया

मैं बात! मैं बात वो ही दोहराता हूँ

--- (भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ)

है प्रीत जहाँ की रीत सदा!! 

2) (जीते हो किसी ने देश तो क्या, हमने तो दिलों को जीता है)

जहाँ राम अभी तक है नर में, नारी में अभी तक सीता है

इतने पावन हैं लोग जहाँ! इतने पावन हैं लोग जहाँ!

मैं नित-नित! मैं नित-नित शीश झुकाता हूँ

--- (भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ)

है प्रीत जहाँ की रीत सदा!! 

3) (इतनी ममता नदियों को भी, जहाँ माता कह के बुलाते हैं)

इतना आदर इन्सान तो क्या, पत्थर भी पूजे जाते हैं

उस धरती पे मैंने जनम लिया! हो! उस धरती पे मैंने जनम लिया

ये सोच! ये सोच के मैं इतराता हूँ

--- (भारत का रहने वाला हूँ, भारत की बात सुनाता हूँ)

है प्रीत जहाँ की रीत सदा!! 

ओ होऽऽ ओ हो ऽ 

--------- English --------

hai prit jahan ki rit sad mai git wahan ka gat hu   lyrichs hai preet jahaan kee reet sada, main geet vahaan ke gaata hoon bhaarat ka rahane vaala hoon


deshabhakti geet-  hai preet jahaan kee reet sada, main geet vahaan ke gaata hoon bhaarat ka rahane vaala hoon

..   mukhada   ..

jab zeero diya mere bhaarat ne! bhaarat ne! mere bhaarat ne!

duniya ko tab ginatee aayee! 

taaron kee bhaasha bhaarat ne! duniya ko pahale sikhalaayee!

deta na dashamalav bhaarat to, yoon chaand pe jaana mushkil tha

dharatee aur chaand kee dooree ka, andaaza lagaana mushkil tha

(sabhyata jahaan pahale aayee)2 pahale janamee hai jahaan pe kala

apana bhaarat vo bhaarat hai, jisake peechhe sansaar chala

sansaar chala aur aage badha, yoon aage badha, badhata hee gaya

bhagavaan kare ye aur badhe (badhata hee rahe aur phoole-phale)2

..  sthaee  ..

(hai preet jahaan kee reet sada)2

hai preet jahaan kee reet sada, main geet vahaan ke gaata hoon

bhaarat ka rahane vaala hoon, bhaarat kee baat sunaata hoon

hai preet jahaan kee reet sada!! 

o ho o ho  

..  antara  ..

1) (kaale  gore ka bhed nahin, har dil se hamaara naata hai)

kuchh aur na aata ho hamako, hamen pyaar nibhaana aata hai

jise maan chukee saaree duniya (ho!) jise maan chukee saaree duniya

main baat! main baat vo hee doharaata hoon

--- (bhaarat ka rahane vaala hoon, bhaarat kee baat sunaata hoon)

hai preet jahaan kee reet sada!! 

2) (jeete ho kisee ne desh to kya, hamane to dilon ko jeeta hai)

jahaan raam abhee tak hai nar mein, naaree mein abhee tak seeta hai

itane paavan hain log jahaan! itane paavan hain log jahaan!

main nit-nit! main nit-nit sheesh jhukaata hoon

--- (bhaarat ka rahane vaala hoon, bhaarat kee baat sunaata hoon)

hai preet jahaan kee reet sada!! 

3) (itanee mamata nadiyon ko bhee, jahaan maata kah ke bulaate hain)

itana aadar insaan to kya, patthar bhee pooje jaate hain

us dharatee pe mainne janam liya! ho! us dharatee pe mainne janam liya

ye soch! ye soch ke main itaraata hoon

--- (bhaarat ka rahane vaala hoon, bhaarat kee baat sunaata hoon)

hai preet jahaan kee reet sada!! 

o ho o ho 

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