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jis desh me ganga rahata hai lyrics bhabhi kangan khankati hai aur ma loriya gati hai भाभी कंगन खनकाती है, और माँ लोरियाँ गाती है , जिस देश में गंगा रहता है

 

देशभक्ति गीत- जिस देश में गंगा रहता है
(गोविंदा , गायक - अभिजीत)

।।  स्थाई  ।।

(भाभी कंगन खनकाती है, और माँ लोरियाँ गाती है)2

मद्धम-मद्धम सी पवन चले, कोयलिया गीत सुनाती है

बच्चा वहाँ आज भी चाँद को, चंदामामा कहता है

--- (जिस देश में गंगा रहता है)2

--- (भाभी कंगन खनकाती है, और माँ लोरियाँ गाती है)

मद्धम-मद्धम सी पवन चले, कोयलिया गीत सुनाती है

बच्चा वहाँ आज भी चाँद को, चंदामामा कहता है

(जिस देश में गंगा रहता है)2

।।  अंतरा  ।।

1) (गाँव का पनघट, पनघट का पानी

भरे गगरिया कोई दीवानी)2

ठंडी-ठंडी पुरवाई में मीठी-मीठी खुशबू

मत पूछो उस खुशबू में होता है कैसा जादू

जादू ऐसा होता है के हर कोई झूमता रहता है

---(जिस देश में गंगा रहता है)2

2) (दिल में बसा कर गाँव की ममता

शहर में आया मैं जोगी रमता)2

सुख-दुःख सारे मान कर और उनको अपना कर

तरह-तरह के नातों से घर बन जाता है सुन्दर

पल-पल सच्चे रिश्तों का वहाँ प्यार बरसता रहता है

--- (जिस देश में गंगा रहता है)2

--- (भाभी कंगन खनकाती है, और माँ लोरियाँ गाती है)

मद्धम-मद्धम सी पवन चले, कोयलिया गीत सुनाती है

बच्चा वहाँ आज भी चाँद को, चंदामामा कहता है

(जिस देश में गंगा रहता है)2+3 chorus


--------- English --------

..  sthaee  ..

(bhaabhee kangan khanakaatee hai, aur maan loriyaan gaatee hai)2

maddham-maddham see pavan chale, koyaliya geet sunaatee hai

bachcha vahaan aaj bhee chaand ko, chandaamaama kahata hai

--- (jis desh mein ganga rahata hai)2

--- (bhaabhee kangan khanakaatee hai, aur maan loriyaan gaatee hai)

maddham-maddham see pavan chale, koyaliya geet sunaatee hai

bachcha vahaan aaj bhee chaand ko, chandaamaama kahata hai

(jis desh mein ganga rahata hai)2

..  antara  ..

1) (gaanv ka panaghat, panaghat ka paanee

bhare gagariya koee deevaanee)2

thandee-thandee puravaee mein meethee-meethee khushaboo

mat poochho us khushaboo mein hota hai kaisa jaadoo

jaadoo aisa hota hai ke har koee jhoomata rahata hai

---(jis desh mein ganga rahata hai)2

2) (dil mein basa kar gaanv kee mamata

shahar mein aaya main jogee ramata)2

sukh-duhkh saare maan kar aur unako apana kar

tarah-tarah ke naaton se ghar ban jaata hai sundar

pal-pal sachche rishton ka vahaan pyaar barasata rahata hai

--- (jis desh mein ganga rahata hai)2

--- (bhaabhee kangan khanakaatee hai, aur maan loriyaan gaatee hai)

maddham-maddham see pavan chale, koyaliya geet sunaatee hai

bachcha vahaan aaj bhee chaand ko, chandaamaama kahata hai

(jis desh mein ganga rahata hai)2+3 chhorus


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bar bar karu binati radhaswami aage lyrics Evening Prayer 1 बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे

(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)  सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। मेरे समरथ स्वामी॥ शुकर करूँ गावत रहुँ। नित राधास्वामी ॥ १२