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Prabhu nath jivan ke Karan Prabhu Dharm murt Narayan lyrics प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण

 

सत्संग भजन- प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण

।। शुरुआत ।।

तुम जो देते हो मालिक वही अच्छा है, मेरी चाहत ने मारा है

अंधियारे में ज्योति प्रकाश का तुमसे ही तो सारा है

।।  स्थाई  ।।

(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)2

(पालन पोषण पूरण करते करते सबको धारन)2

--(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)2

।।  अंतरा  ।।

1) (तेरी सेवा तेरा करम तेरी नीति 

तेरे धरम से मंगलमय जीवन)2

--(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)2

2) (ताडन- पीड़न जो भी आए, शोक कष्ट दुख सताए)2

तेरी इच्छा तेरे कथन का, तेरे ही चलन का मिलकर

करेंगे हम पालन! करेंगे हम पालन 

--(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)2

3) (स्वार्थ तुम हो केवल अपना, तेरे बिन अब कुछ नहीं पाना) 2

तेरी तृप्ति तेरी स्वस्ति, तेरी शांति तेरे सुख का

करेंगे हम साधन! करेंगे हम साधन! 

--(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)2

4) (मांगू तुमसे एक ही दान, तेरे ही सुख का संघान)2

तेरा दास तेरा सेवक, तेरे ही चरण में करेंगे

सब अपना अर्पण! सब अपना अर्पण!

--(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)2

-------पुनः------

पालन पोषण पूरण करते करते सबको धारन

--(प्रभुनाथ जीवन के कारण! प्रभु धर्म मूर्त नारायण!)4

--------- English --------

satsang bhajan- prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan

.. shuruaat ..

tum jo dete ho maalik vahee achchha hai, meree chaahat ne maara hai

andhiyaare mein jyoti prakaash ka tumase hee to saara hai

..  sthaee  ..

(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)2

(paalan poshan pooran karate karate sabako dhaaran)2

--(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)2

..  antara  ..

1) (teree seva tera karam teree neeti 

tere dharam se mangalamay jeevan)2

--(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)2

2) (taadan- peedan jo bhee aae, shok kasht dukh satae)2

teree ichchha tere kathan ka, tere hee chalan ka milakar

karenge ham paalan! karenge ham paalan 

--(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)2

3) (svaarth tum ho keval apana, tere bin ab kuchh nahin paana) 2

teree trpti teree svasti, teree shaanti tere sukh ka

karenge ham saadhan! karenge ham saadhan! 

--(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)2

4) (maangoo tumase ek hee daan, tere hee sukh ka sanghaan)2

tera daas tera sevak, tere hee charan mein karenge

sab apana arpan! sab apana arpan!

--(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)2

-------punah------

paalan poshan pooran karate karate sabako dhaaran

--(prabhunaath jeevan ke kaaran! prabhu dharm moort naaraayan!)4

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bar bar karu binati radhaswami aage lyrics Evening Prayer 1 बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे

(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)  सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। मेरे समरथ स्वामी॥ शुकर करूँ गावत रहुँ। नित राधास्वामी ॥ १२