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Insaf ki dagar per bacchon dikhao chal ke lyrics इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

 


देशभक्ति गीत- इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

।।  स्थाई  ।।

(इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के)2

।।  अंतरा  ।। 1 ।।

दुनिया के रंज सहना और, कुछ ना मुँह से कहना

सच्चाईयों के बल पे, आगे को बढ़ते रहना

रख दोगे एक दिन तुम, संसार को बदल के

--(इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के)

।।  अंतरा  ।। 2 ।।

अपने हों या पराए, सब के लिए हो न्याय

देखो कदम तुम्हारा, हरगिज़ ना डगमगाए

रस्ते बड़े कठिन हैं, चलना संभल-संभल के

--(इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के)

।।  अंतरा  ।। 3 ।।

इन्सानियत के सर पे, इज़्ज़त का ताज रखना

तन मन की भेंट देकर, भारत की लाज रखना

जीवन नया मिलेगा, अंतिम चिता में जल के

--(इन्साफ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चल के

ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के)2

--------- English --------

..  sthaee  ..

(insaaph kee dagar pe, bachchon dikhao chal ke

ye desh hai tumhaara, neta tumhee ho kal ke)2

..  antara  .. 1 ..

duniya ke ranj sahana aur, kuchh na munh se kahana

sachchaeeyon ke bal pe, aage ko badhate rahana

rakh doge ek din tum, sansaar ko badal ke

--(insaaph kee dagar pe, bachchon dikhao chal ke

ye desh hai tumhaara, neta tumhee ho kal ke)

..  antara  .. 2 ..

apane hon ya parae, sab ke lie ho nyaay

dekho kadam tumhaara, haragiz na dagamagae

raste bade kathin hain, chalana sambhal-sambhal ke

--(insaaph kee dagar pe, bachchon dikhao chal ke

ye desh hai tumhaara, neta tumhee ho kal ke)

..  antara  .. 3 ..

insaaniyat ke sar pe, izzat ka taaj rakhana

tan man kee bhent dekar, bhaarat kee laaj rakhana

jeevan naya milega, antim chita mein jal ke

--(insaaph kee dagar pe, bachchon dikhao chal ke

ye desh hai tumhaara, neta tumhee ho kal ke)2

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ya kunde unde tushar har dhawala lyrics with meaning Hindi या कुंदे तुषार हार धवला अर्थ सहित ya kunde Tushar har dhawla

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guru brahma guru vishnu gurur deo maheshwara prayer guru vandana lyrics गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः।

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bar bar karu binati radhaswami aage lyrics Evening Prayer 1 बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे

(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)  सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। मेरे समरथ स्वामी॥ शुकर करूँ गावत रहुँ। नित राधास्वामी ॥ १२