होली गीत - बबुनी तेरे रंग में, मैं और थोड़ा यंग हो गया
।। स्थाई ।।
हां रंगो की कटोरी हूँ, टंग से चटोरी हूँ, चाहूँ मैं कलरफुल पिया
चाहत की तरंगो में, डूबी हूँ मैं रंगो में, पिंक पिंक मोरा जिया
गीली गीली सी हां! गीली गीली मेरी धार, आजा देख ले फुहार
पिचकारी नहीं ये, तेरे लभ का शिकार
बबुनी तेरे रंग में, हां तेरे रंग में
बबुनी तेरे रंग में, मैं और थोड़ा यंग हो गया
मैं भोला भाला लल्ला, छप्पन इंच दबंग हो गया
ऐ! बबुनी तेरे रंग में, मैं यार थोड़ा यंग हो गया
।। अंतरा ।। 1 ।।
कुल्हड़ में विस्की, तू सईया जी है रिस्की
हाय ! कुल्हड़ में विस्की, तू सईया जी है रिस्की
मारे इग्नोर, मैं दीवानी हुई जिसकी
हां मैंने पीली है! हाय!, पीली पीली मैंने चार
की हैरान ठेकेदार
मुझको मजनू बनाके, देदे लैला वाला प्यार
---बबुनी तेरे रंग में, हां तेरे रंग में
बबुनी तेरे रंग में, मैं और थोड़ा यंग हो गया
मैं भोला भाला लल्ला, छप्पन इंच दबंग हो गया
बबुनी तेरे रंग में, मैं यार थोड़ा यंग हो गया
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खींचें जैसे चुम्बक इमोशन तेरा
मैं भोला भाला लल्ला, छप्पन इंच दबंग हो गया
नाम सारे जिले में रौशन मेरा,
अरे बबुनी तेरे रंग में, मैं यार थोड़ा! हो गया
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