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ye jo des hai tera, svarn desh hai tera lyrics ये जो देस है तेरा, स्वर्ण देश है तेरा

 

देशभक्ति गीत- ये जो देस है तेरा, स्वर्ण देश है तेरा

।।  स्थाई  ।।

ये जो देस है तेरा, स्वर्ण देश है तेरा, तुझे है पुकाराऽ

ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता

।।  अंतरा  ।। 1 ।।

मिट्टी की है जो खुशबू , तू कैसे भुलायेगा

तू चाहे कही जाए, तू लौट के आएगा

नई-नई राहों में, दबी-दबी आहों में

खोए-खोए दिल से तेरे, कोई ये कहेगा

---(ये जो देस है तेरा, स्वर्ण देश है तेरा, तुझे है पुकाराऽ

ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता)

।।  अंतरा  ।। 2 ।।

हूंऽऽ हूंऽऽऽ हूंऽऽ हूंऽऽऽ

तुझ से ज़िन्दगी, है ये कह रही, 

सब तो पा लिया, अब है क्या कमी, 

यूं तो सारे सुख है बरसे, पर दूर तू है अपने घर से

आ लौट चल तू अब दीवाने, जहाँ कोई तो तुझे अपना मानें

आवाज़ दे तुजे बुलाने, वही देस

---(ये जो देस है तेरा, स्वर्ण देश है तेरा, तुझे है पुकाराऽ

ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता)

।।  अंतरा  ।। 3 ।।

हूंऽऽ हूंऽऽऽ हूंऽऽ हूंऽऽऽ

ये पल है वही, जिस में है छुपी

पुरी एक सदी, सारी ज़िन्दगी

तू ना पूछ रास्ते में काहे, आये हैं इस तरह दो राहें

तू ही तो है राह जो सुझाए, तू ही तो है अब जो ये बताये

जाये तो किस दिशा में जाए वही देस

---(ये जो देस है तेरा, स्वर्ण देश है तेरा, तुझे है पुकाराऽ

ये वो बंधन है, जो कभी टूट नहीं सकता)

हूंऽऽ हूंऽऽऽ हूंऽऽ हूंऽऽऽ

--------- English --------

..  sthaee  ..

ye jo des hai tera, svarn desh hai tera, tujhe hai pukaara

ye vo bandhan hai, jo kabhee toot nahin sakata

..  antara  .. 1 ..

mittee kee hai jo khushaboo , too kaise bhulaayega

too chaahe kahee jae, too laut ke aaega

naee-naee raahon mein, dabee-dabee aahon mein

khoe-khoe dil se tere, koee ye kahega

---(ye jo des hai tera, svarn desh hai tera, tujhe hai pukaara

ye vo bandhan hai, jo kabhee toot nahin sakata)

..  antara  .. 2 ..

hoon hoon hoon hoon

tujh se zindagee, hai ye kah rahee, 

sab to pa liya, ab hai kya kamee, 

yoon to saare sukh hai barase, par door too hai apane ghar se

aa laut chal too ab deevaane, jahaan koee to tujhe apana maanen

aavaaz de tuje bulaane, vahee des

---(ye jo des hai tera, svarn desh hai tera, tujhe hai pukaara

ye vo bandhan hai, jo kabhee toot nahin sakata)

..  antara  .. 3 ..

hoon hoon hoon hoon

ye pal hai vahee, jis mein hai chhupee

puree ek sadee, saaree zindagee

too na poochh raaste mein kaahe, aaye hain is tarah do raahen

too hee to hai raah jo sujhae, too hee to hai ab jo ye bataaye

jaaye to kis disha mein jae vahee des

---(ye jo des hai tera, svarn desh hai tera, tujhe hai pukaara

ye vo bandhan hai, jo kabhee toot nahin sakata)

hoon hoon hoon hoon

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bar bar karu binati radhaswami aage lyrics Evening Prayer 1 बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे

(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)  सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। मेरे समरथ स्वामी॥ शुकर करूँ गावत रहुँ। नित राधास्वामी ॥ १२