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desh rangila rangila desh mera rangila lyrics देश रंगीला रंगीला, देश मेरा रंगीला

 

देशभक्ति गीत- देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला

।।  स्थाई  ।।

होऽऽ होऽऽ ओऽऽ होऽऽ ओऽऽ होऽऽ 

(यहाँ हर कदम-कदम पे धरती बदले रंग

यहाँ की बोली में रंगोली सात रंग)2

धानी पगड़ी पहरे मौसम हैं, नीली चादर ताने अंबर है

नदी सुनहरी, हरा समंदर, है रे सजीला

(देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला)4

वंदे मातरम! वंदे मातरम! वंदे मातरम! वंदे मातरम

।।  अंतरा  ।। 1 ।।

सिंदूरी गालों वाला सूरज, जो करे ठिठोली

शर्मीले खेतों को ढक दे, चुनर पीली-पीली

घुंघट में रंग, पनघट में रंग, चम-चम चमकिला

--(देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला)2

।।  अंतरा  ।। 2 ।।

होऽऽ होऽऽ ओऽऽ होऽऽ ओऽऽ होऽऽ 

अबीर गुलाल से चेहरे हैं यहाँ, मुस्कानों की टोली

रंग हँसी में, रंग खुशी में, रिश्ते जैसे 'होली'

बातों में रंग, यादों में रंग, रंग-रंग रंगीला

--(देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला)2

।।  अंतरा  ।। 3 ।।

ए ढोला, हा, ए म्हारो ढोला रे

इश्क का रंग यहाँ पर गहरा, चढ़ के कभी ना उतरे

सच्चे प्यार का ठेहरा सा रंग, छलके पर ना बिखरे

रंग अदा में, रंग हया में, है रसीला

--(देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला)2

-------पुनः------

यहाँ हर कदम-कदम पे धरती बदले रंग

यहाँ की बोली में रंगोली सात रंग

धानी पगड़ी पहरे मौसम हैं, नीली चादर ताने अंबर है

नदी सुनहरी, हरा समंदर है रे सजीला

--(देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला)2

हो, रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला

देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला (रंगीलो म्हारो देश रे)

देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला

देश रंगीला-रंगीला, देश मेरा रंगीला

--------- English --------

..  sthaee  ..

ho ho o ho o ho 

(yahaan har kadam-kadam pe dharatee badale rang

yahaan kee bolee mein rangolee saat rang)2

dhaanee pagadee pahare mausam hain, neelee chaadar taane ambar hai

nadee sunaharee, hara samandar, hai re sajeela

(desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela)4

vande maataram! vande maataram! vande maataram! vande maataram

..  antara  .. 1 ..

sindooree gaalon vaala sooraj, jo kare thitholee

sharmeele kheton ko dhak de, chunar peelee-peelee

ghunghat mein rang, panaghat mein rang, cham-cham chamakila

--(desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela)2

..  antara  .. 2 ..

ho ho o ho o ho 

abeer gulaal se chehare hain yahaan, muskaanon kee tolee

rang hansee mein, rang khushee mein, rishte jaise holee

baaton mein rang, yaadon mein rang, rang-rang rangeela

--(desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela)2

..  antara  .. 3 ..

e dhola, ha, e mhaaro dhola re

ishk ka rang yahaan par gahara, chadh ke kabhee na utare

sachche pyaar ka thehara sa rang, chhalake par na bikhare

rang ada mein, rang haya mein, hai raseela

--(desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela)2

-------punah------

yahaan har kadam-kadam pe dharatee badale rang

yahaan kee bolee mein rangolee saat rang

dhaanee pagadee pahare mausam hain, neelee chaadar taane ambar hai

nadee sunaharee, hara samandar hai re sajeela

--(desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela)2

ho, rangeela-rangeela, desh mera rangeela

desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela (rangeelo mhaaro desh re)

desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela

desh rangeela-rangeela, desh mera rangeela

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ya kunde unde tushar har dhawala lyrics with meaning Hindi या कुंदे तुषार हार धवला अर्थ सहित ya kunde Tushar har dhawla

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bar bar karu binati radhaswami aage lyrics Evening Prayer 1 बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे

(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)  सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। मेरे समरथ स्वामी॥ शुकर करूँ गावत रहुँ। नित राधास्वामी ॥ १२