🌿🌿🎶 और सभी lyrics , राग , संगीत , इत्यादि के बारे में देखने के लिए list पर Click करें।
भजन- हे ठाकुर तुम शान्तिदाता
(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी)
।। स्थायी ।।
(हे ठाकुर तुम शान्तिदाता)2
परमपिता तुम मुक्तिदाता
जीवन रण में, दयाल प्रभु तुम
मरणत्राताऽऽऽ , हे ठाकुर तुम.....
।। अन्तरा ।।
1) (पाञ्चजन्य की अमर ध्वनि में
सारथी नव कुरुक्षेत्र में)2
(विधि पुरुष प्रभु प्राणधाता)2
जीवन रण में, दयाल प्रभु तुम
मरणत्राताऽऽऽ , हे ठाकुर तुम.....
2) (प्रलय युद्ध घनघोर छाया
ताण्डव नर्त्तन मरण लाया)2
(निर्भय करो प्रभु त्राणदाता)2
जीवन रण में, दयाल प्रभु तुम
मरणत्राताऽऽऽ , हे ठाकुर तुम.....
3) (परम ब्रह्मरूप आनन्दघन इष्ट
ज्योतिर्मय प्रभु सच्चिदानन्द प्रेष्ठ)2
(पुरुषोत्तम गुरु स्वस्तिदाता)2
जीवन रण में, दयाल प्रभु तुम
मरणत्राताऽऽऽ , हे ठाकुर तुम.....
(हे ठाकुर तुम शान्तिदाता)3
।। जय गुरु ।।
🌿🌿🎶 और सभी lyrics , राग , संगीत , इत्यादि के बारे में देखने के लिए list पर Click करें।
Comments
Post a Comment