jahiya baheliya Chaliye he apan tir Ho lyrics tahiya bekar hoi mati ke sarir ho जहिया बहेलिया, चलईहें आपन तीर हो तहिया बेकार होई माटी के शरीर हो
निर्गुण - जहिया बहेलिया, चलईहें आपन तीर हो
।। स्थाई ।।
जहिया बहेलिया,आरे जहिया बहेलिया,
चलईहें आपन तीर होऽ
(तहिया बेकार होई माटी के शरीर होऽ)2
-- जहिया बहेलिया,आरे जहिया बहेलिया,
चलईहें आपन तीर होऽ
(तहिया बेकार होई माटी के शरीर होऽ)2
।। अन्तरा ।।
1) (माटी के पिंजड़वा में, सोना के सुगनवा
होईके फरार जहीया, जईहें सुगनवा )2
केहू नाहीं देखे पाईऽऽ, ईऽऽ
(केहू नाहीं देखे पाई)2 जब जईहें फकीर हो
--(तहिया बेकार होई माटी के शरीर होऽ)2
2) (पिंजड़ा बनावल जाई, चल मधूबनवा
ओही मधूबनवा में होईहें सुगनवा)2
एके डगडियाऽऽ आऽ
(एके डगरिया जईहें)2 राजा से फकीर हो
--(तहिया बेकार होई माटी के शरीर होऽ)2
3) (अंत समय काम नाही आई सोना चनिया
बिरथा भजन बिनु जाई जिंदगनिया)2
राहुल तिवारीऽऽ, ईऽऽ
(राहुल तिवारी सनी)2 कहेले कर जोर हो
--(तहिया बेकार होई माटी के शरीर होऽ)2
-------पुनः------
--जहिया बहेलिया,आरे जहिया बहेलिया,
चलईहें आपन तीर होऽ
(तहिया बेकार होई माटी के शरीर होऽ)3
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