Veena ke bajaiya saton Sur ke rachaiya lyrics bina ke bajaiya sato sur ke rachaiya वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
सरस्वती भजन- वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
गायिका - अनु दुबे
" या देवी सर्वभूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै-नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:"
।। स्थाई ।।
वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
हंस पे सवार होके, आजा मोरी मईया
होऽऽ होऽ होऽ
वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
हंस पे सवार होके, आजा मोरी मईया
विनती हजार कर तानी
सुनी हे मईया शारदा भवानी
--(वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
हंस पे सवार होके, आजा मोरी मईया)
।। अन्तरा ।।
आऽऽऽ आऽऽऽऽ
सा! ग! म! ध! प!
1) (जेकरा पे माई राउर कृपा होजाला
गुनी अउर ज्ञानी बनी जग में पुजाला)
(स्वर में तू जेकरा समां जालु माई
सुर सरगम के उ ज्ञाता कहाला)
मुरखो भी बनी जाला ज्ञानी!
सुनी हे मईया शारदा भवानी
--(वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
हंस पे सवार होके, आजा मोरी मईया)
2) (सूरदास कालीदास के कवी बनइलू
बाल्मीकि जी से तू रामायण लिखवइलु)
(रामचरित मानस के कई दिहले रचना
तुलसी के जब तू कलम में समइलु)
कहे अनु केतना बखानी
सुनी हे मईया शारदा भवानी
--(वीणा के बजईया, सातों सुर के रचईया
हंस पे सवार होके, आजा मोरी मईया)
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