छठ गीत - jay chhathi maiya chala dhani hali hali lyrics जय छठी मईया चला धनी हाली हाली
।। स्थाई ।।
(सभे बरत करता ,ये धनी तुही कर)
(मार जनी मन अशो ,भऊजी कोशी भर)
रुका देवरु दौरा सरियाली
-- (की चला भऊजी हाली हाली)
(सूरज देखायिहे लाली)
(की चला धनी हाली हाली)
(सूरज देखायीहे लाली)
।। अन्तरा ।।
1) (पहनीलाह पियारिया, बांध ला पगड़िया)
दौरा सजल बा कर ,जायके तैयैरिया)
उखिया तू लेल हाथे,तुहु चला साथे साथे
पिवई के भीड नात, बड़ जय छठी घाटी
(ठिक रौआ कहतानी
हई धारी न लोटा के पानी
दीयरी ना बुते घिव्वा डाली
-- (की चला भऊजी हाली हाली
सूरज देखायिहे लाली
की चला धनी हाली हाली
सूरज देखायीहे लाली
2) (लेहिल अरग हाथे,लावा धेयनवा
पाके दर्शन परशन होई मनवा)
छठ के बरतिया, भईल सफल हो
हर साल परब करब ,ये सुरूज मल हो)
धन हम भयनी जी
पूजा राउर कईनी जी
हाथवा में लेके आरती के थाली
-- की चला भऊजी हाली हाली
सूरज देखायिहे लाली
की चला धनी हाली हाली
सूरज देखायीहे लाली
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