Ramayan bhajan rasta dekhat Sabri ki Umar gayi sari lyrics bhilani Param tapaswini रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी भीलनी परम तपश्विनी शबरी जाको नाम
रामायण भजन- रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी
।। स्थाई ।।
भीलनी परम तपश्विनी, शबरी जाको नाम
गुरु मतंग कह कर गए, तोहे मिलेंगे राम
कब दर्शन देंगे!
कब दर्शन देंगे! राम परम हितकारी
कब दर्शन देंगे! दीन हितकारी
(रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी)2
।। अन्तरा ।।
1) (कहीं कोई कांटा प्रभु को नहीं चुभ जाये
पल तन्मग्चारे चुन चुन पुष्प बिछाए
मीठे फल चख कर!
(मीठे फल चख कर नित्य सजाये थारी)2
--(रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी)2
2) (श्री राम चरण में, प्राण बसे शबरी के
प्रभु दर्शन दे तो, भाग जगे शबरी के
रघुनाथ प्राणनिधि!
(रघुनाथ प्राणनिधि पर जीवन बलिहारी)2
--(रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी)2
कब दर्शन देंगे!
कब दर्शन देंगे! राम परम हितकारी
कब दर्शन देंगे! दीन हितकारी
--(रस्ता देखत शबरी की उमर गयी सारी)2
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