bholenath ka pujari bhashm se hota shringar gunjan singh lyrics भस्म से होता सिंगार मैं उसका पुजारी हूं
शिव भजन- भोलेनाथ का पुजारी गायक- गुंजन सिंह
।। dialogue ।।
" राम उसका, रावण भी उसका,
जीवन उसका, मरण भी उसका
तांडव है और ध्यान भी वो है,
अज्ञानी का ज्ञान भी वो है।"
हर! हर! महादेव!
।। स्थायी ।।
(कौन हो तुम बोलो ना,
राज अपना खोलो ना )2
मुझसे पूछो ना मेरी पहचान ,
मैं भस्माधारी हूं
(भस्म से होता सिंगार मैं उसका पुजारी हूं)2
।। अन्तरा ।।
1) (ऐसा क्या खास उनमें पाए हो
जो तुम ऐसा भेष बनाए हो )
(जब से जाना है मैंने महादेव को )
(कुछ और मुझे अच्छा ना लगे)
इस दुनिया में उनसे ज्यादा कहीं
कोई और मुझे सच्चा न लगे
उनके दर पे रहने वाला, मैं तो एक दरबारी हूं
---(भस्म से होता सिंगार मैं उसका पुजारी हूं)2
2) (क्यों इतना तू इनमें खो गए
क्या हुआ कि तुम इनके हो गए )
(जिस्म भले हमारा है,
पर चल रहा उनसे सांसे है )
मेरे रोम रोम में बस
मेरे जोगिया का वास है
नाम है यादव राज गुंजन, चेला मैं आज्ञाकारी हूं
---(भस्म से होता सिंगार मैं उसका पुजारी हूं)2
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