that kya hota hai 10 that ka nam थाट क्या होता है? थाट , ठाट और मेल में क्या अंतर होता है? दसों (10) थाटों के नाम
थाट क्या होता है? थाट , ठाट और मेल में क्या अंतर होता है?
दसों (10) थाटों के नाम क्या है, और उनके स्वर क्या हैं?
सप्तक के 12 स्वरों (7 शुद्ध और 5 विकृत) में से चुने हुए 7 क्रमानुसार स्वरों का वह समूह जिससे राग की उत्पत्ति होती हैं थाट कहलाता है। थाट को ही ठाट या मेल कहा जाता है।
वैसे तो 12 स्वरों में से चुने हुए 7 क्रमानुसार स्वरों से अनेक थाटों की रचना हो सकती है, परंतु हिंदुस्तानी संगीत में केवल 10 थाट ही माने गए हैं , और इसी 10 थाट से सभी रागों की उत्पत्ति मानी गई है।
थाट के नियम व लक्षण :-
1) थाट में सात स्वर होने चाहिए।
2) थाट में स्वर क्रमानुसार होने चाहिए।
3) थाट को गाया या बजया नहीं जा सकता।
4) एक थाट से कई रागों की उत्पत्ति हो सकती है।
पंडित भातखंडे द्वारा वर्गीकृत 10 थाटों के नाम :-
1) बिलावल- सा रे ग म प ध नी (सभी शुद्ध स्वर)
2) कल्याण- सा रे ग म' प ध नी (म' तीव्र, और सभी शुद्ध स्वर)
3) खमाज- सा रे ग म प ध नी ( नी कोमल, और सभी शुद्ध स्वर)
4) आसावरी- सा रे ग म प ध नी (ग,ध,नी कोमल,और सभी शुद्ध स्वर)
5) काफी- सा रे ग म प ध नी (ग,नी कोमल,और सभी शुद्ध स्वर)
6) भैरवी- सा रे ग म प ध नी (रे,ग,ध,नी कोमल,और सभी शुद्ध स्वर)
7) भैरव- सा रे ग म प ध नी (रे,ध कोमल,और सभी शुद्ध स्वर)
8) मारवा- सा रे ग म' प ध नी (रे कोमल,म' तीव्र ,और सभी शुद्ध स्वर)
9) पूर्वी- सा रे ग म' प ध नी (रे,ध कोमल, म' तीव्र ,और सभी शुद्ध स्वर)
10) तोड़ी- सा रे ग म' प ध नी (रे,ग,ध कोमल, म' तीव्र ,और सभी शुद्ध स्वर)
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