सत्संग भजन- जयतू परमदयाल!
(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी)
Lyrics - Dhritiman singh Music - Rev. Babaida
।। स्थायी ।।
जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
(परमपिता ठाकुर है अवतारी)2
प्रणमामि है कृपाल
---जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
।। अन्तरा ।।
1) (ज्योति - बिभासित करुणा-अंकित
दिव्य-आनन सुंदर शोभित)2
(हे परमेश्वर प्रेमी सुधाकर)2
प्रणामामि है कृपाल!
---जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
2) (अनाथ -बत्सल प्राणन परिमल
क्षम-विधाता मूर्त-मंगल)2
है पुरुषोत्तम पावन परम)
है पुरुषोत्तम पावन परम
प्रणमामि है कृपाल
---जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
3) (दिनतारण शान्ति-प्लावन
उद्धाता-गुरु मुक्ति-साधन)2
मालिक ईश्वर स्वामी-चराचर
प्रणमामि है कृपाल
---जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
4) (जगतपिता प्रभु तेरे शरण में
आश्रय दो प्रभु तेरे चरण में)2
मरण-त्राता जीवन-दाता
प्रणमामि हे कृपाल
---जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
-------पुनः------
(परमपिता ठाकुर है अवतारी)2
प्रणमामि है कृपाल
---जयतू परमदयाल! जयतू परमदयाल!
जयतू परमदयाल!
Comments
Post a Comment