ठाकुर भजन - हो रामा क्या किया ठाकुर पिया
(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी)
Lyrics & Music - Rev. Binkida
।। स्थायी ।।
ठाकुर पिया! हो!
कैसे तू ने मेरे तन मन
अपने रंग में रंग दिया।
(हो रामा क्या किया
हाय ये क्या किया)1+1 chorus
ठाकुर पिया! हो!
कैसे तू ने मेरे तन मन
अपने रंग में रंग दिया।
(हो रामा क्या किया
हाय ये क्या किया)1+1 chorus
।। अन्तरा ।।
1) (मान ज्ञान धन जीवन यौवन
झूठा बोझ बढ़ाया
मेहर के तेरे तनिक कण ने
मुझे भरम से बचाया)1+1 chorus
(रामा होऽऽऽ ये क्या किया) 2
(ओ रामा क्या किया
हाय ये क्या किया) 1+1 chorus
2) (आवश जीवन, व्याकुल तडपे,
मोह फेर सताया) 1+1 chorus
(बरसे धारा करुणा की तेरी-
काल कहर से बचाया) 1+1 chorus
---(हो रामा क्या किया
हाय ये क्या किया)1+1 chorus
ओ मोरे पिया! मोरे साँवरिया!
---(हो रामा क्या किया
हाय ये क्या किया)1+1 chorus
(रामा होऽऽऽ ये क्या किया) 2
--(ओ रामा क्या किया
हाय ये क्या किया) 1+1 chorus
3) (तूने तो मुझको, हर जीवन को
सुरत अपनी बताया,
तुझको जीवन करके अर्पण
जीवन पथ को पाया)1+1 chorus
---(रामा होऽऽऽ ये क्या किया) 2
(ओ रामा क्या किया
हाय ये क्या किया) 1
(हो रामा क्या किया
हाय ये क्या किया)1+1 chorus
-----पुनः----
ठाकुर पिया! हो!
कैसे तू ने मेरे तन मन
अपने रंग में रंग दिया।
---(हो रामा क्या किया
हाय ये क्या किया)1+2 chorus
(रामा होऽऽऽ ये क्या किया) 2
(ओ रामा क्या किया
हाय ये क्या किया) 1+1 chorus
----👇--मूल लिरिक्स---------------
ठाकुर पिया!
कैसे तू ने मोरे तन मन
अपने रंग में रंग दिया।
हो रामा क्या किया....... हाय ये क्या किया
मान ज्ञान धन जीवन यौवन
झूठा बोझ बढ़ाया
मेहर के तेरे तनिक कण ने
माया भरम से बचाया।
हो रामा क्या किया....... हाय ये क्या किया
आवश जीवन, व्याकुल तडपे,
मोह फेर सताया,
बरसे धारा करुणा की तेरी-
काल कहर से बचाया।
हो रामा क्या किया....... हाय ये क्या किया
ओ मोरे पिया!
मोरे साँवरिया!
तूने तो मुझको, हर जीवन को
सुरत अपनी बताया,
तुझको जीवन करके अर्पण
जीवन पथ को पाया।
हो रामा क्या किया....... हाय ये क्या किया
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