शिव भजन - गणपति बप्पा गजबे है राउर पापा
गायक - खेसारी लाल यादव
लिरिक्स - प्रभूनाथ बिष्णु पुरी
।। स्थायी ।।
बोल बम बोल बम बोल बम बोल बम
भांग के भोगिया , लावस जोगिया
रुप में आसन जमावेले
भूत पिसाच अनास के गढ़ सब
उनकर अलख जगावेले
---भांग के भोगिया , लावस जोगिया
रुप में आसन जमावेले
भूत पिसाच अनास के गढ़ सब
उनकर अलख जगावेले
(भेष डरेस में रहस भोले
सबसे अलग साफा)
(की गणपति बप्पा!)2
गजबे है, राउर पापा
(की गणपति बप्पा!
गजबे है, राउर पापा) chorus
।। अन्तरा ।।
1) (खुद के बनईले रहले , सोना के महलीया
अपने न रहले उ, दान दीहले)
भईल जब मंथन त, अइले भोला बनठन
बिष के गगरिया अकेले पियले
तनीको नाही सोचले उनका
घाटा होई की नाफा
---(की गणपति बप्पा!)2
गजबे है, राउर पापा
(की गणपति बप्पा!
गजबे है, राउर पापा) chorus
2) (कईली ना जे काम ऊ, भोला जी कईले
लाठी से मरलका हैप्पी फूल भईले)
खेसारी विष्णु पुरी कहे
बस के न केहू के रहे
जाके महादेव उहां झुली गईले
संजय शक्ति सोना से ना
भइले कबो फाफा
---(की गणपति बप्पा!)2
गजबे है, राउर पापा
(की गणपति बप्पा!
गजबे है, राउर पापा) chorus
-----पुनः----
---भांग के भोगिया , लावस जोगिया
रुप में आसन जमावेले
भूत पिसाच अनास के गढ़ सब
उनकर अलख जगावेले
(भेष डरेस में रहस भोले
सबसे अलग साफा)
(की गणपति बप्पा!)2
गजबे है, राउर पापा
(की गणपति बप्पा!
गजबे है, राउर पापा) chorus
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