Song - जिनिगिया के खेला समझ में ना आवे
Singer - Pawan Singh
Album - Izzat
।। स्थायी ।।
(मन सपना के, महल बनावे)2
दुनिया ढेला चलावे
जिनिगिया के! खेला समझ में ना आवे
(जिनिगिया के खेला समझ में ना आवे)
।। अन्तरा ।।
1) (जब जब दिन , बिगड़े पर होला
केहू रोक न पावे)2
(जाने का लिखल किस्मत में)2
ई ना पता चल पावे
---जिनिगिया के! खेला समझ में ना आवे
(जिनिगिया के खेला समझ में ना आवे)
2) (समय हसावे , समय रोवावे
समय ही नाच नचावे)2
(जानबूझ के ना कोई माली)2
आपन बगिया जरावे
---जिनिगिया के! खेला समझ में ना आवे
(जिनिगिया के खेला समझ में ना आवे)
3) (बनले के साथी सब केहु होला
बिगड़े पर मुंह घुमावे हाय)2
(सूरज के डूबते परछाई भी)2
आपन साथ छोड़ावे
---जिनिगिया के! खेला समझ में ना आवे
(जिनिगिया के खेला समझ में ना आवे)
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