शिव चर्चा भजन- नैहर में रहबउ ना , कैलाश ना जईबउ ना
।। स्थायी ।।
कैलाश ना जईबउ ना
ऐ मइया पर्वत ना ,जईबउ ना
(कि मइया ये खोजी देलन
नारद बर बउरहवा
हम नैहर में रहबउ ना)2
---(नैहर में रहबउ ना
ऐ मइया पर्वत ना ,जईबउ ना )2
(कि मइया ये खोजी देलन
नारद बर बउरहवा
हम नैहर में रहबउ ना)2
।। अन्तरा ।।
1) (कोठा अटारी मरमो ना जाना हउ)2
टुटले मड़ईया हो मइया
दीवारा में घर हउ
---(नैहर में रहबउ ना
ऐ मइया पर्वत ना ,जईबउ ना )2
(कि मइया ये खोजी देलन
नारद बर बउरहवा
हम नैहर में रहबउ ना)2
2) (पूरी मिठाई हो मइया, मरमो ना जाना हउ)2
(भंगिया के गोला ए मइया , हमरो पियावा हउ)2
---(नैहर में रहबउ ना
ऐ मइया पर्वत ना ,जईबउ ना )2
(कि मइया ये खोजी देलन
नारद बर बउरहवा
हम नैहर में रहबउ ना)2
3) (रोज दिना आगे मइया भंगिया पिसाव हउ)2
(अपने भी पीयो ए मइया चेला के पियावा हउ)2
---(नैहर में रहबउ ना
ऐ मइया पर्वत ना ,जईबउ ना )2
(कि मइया ये खोजी देलन
नारद बर बउरहवा
हम नैहर में रहबउ ना)2
4) (गाड़ी आ मोटर मइया, मरमो ना जाना हउ)2
(बसहा बैलवा पे मइया हमरो घूमवा हउ)2
---(नैहर में रहबउ ना
ऐ मइया पर्वत ना ,जईबउ ना )2
(कि मइया ये खोजी देलन
नारद बर बउरहवा
हम नैहर में रहबउ ना)2
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