jo mere pritam se prit kare mohe pyara lage re lyrics जो मेरे प्रितम से प्रीत करे मोहे प्यारा लागे रे
सत्संग भजन- जो मेरे प्रितम से प्रीत करे
(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी)
।। स्थायी ।।
जो मेरे प्रितम से प्रीत करे
जो मेरे प्रितम से प्रीत करे
(मोहे प्यारा लागे रे)2
।। अन्तरा ।।
1) (जो मेरे प्रितम के सेवा करे
(वहि दिन दिन जागे रे )2
2) (जो मेरे प्रितम कि महिमा गावे
(मोही अधिको सुहावे रे )2
3) (जो मेरे प्रितम के चरणन लागे
(वहि जगसे भागे रे )2
4) (जो मेरे प्रितम का रुप निहारे
(वहि छबी ताके रे)2
5) (जो मेरे प्रितम का शब्द सम्हारे
(वहि घर जावे रे)2
6) (जो मेरे प्रितम का शरण सम्हारे
(गुरु दर झाँके रे)2
7) (जो मेरे प्रितम का नाम पुकारे
(वहि निज धाम सिधारेगी)2
8) (भव दल से जो तरना चाहे
(राधा स्वामी राधा स्वामी गावे रे)
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