Dil mein mere Prabhu Pritam pyara tumhen bhulaun mein kis tarah lyrics दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा तुम्हें भुलाऊं मैं किस तरह dil me mere prabhu pritam pyara tumhen bhulaun mai kis tarah
श्रद्धांजलि
सत्संग भजन- दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा तुम्हें भुलाऊं मैं किस तरह (श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)
।। स्थाई ।।
दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
तुम्हें भुलाऊं मैं किस तरह, सारी दुनिया तेरे ही सुर लय में है
वो सुर लय से पूर्ण जीवन मेरा
--(दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा)
।। अंतरा ।।
1) (रुप में तेरे मुग्ध नयन तारा, रस में तेरे रसमय भूवन सारा)
हर सांस है तेरे सुगंध से भरा
छुवन से पुलकित है, ये तन मेरा
--दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
तुम्हें भुलाऊं मैं किस तरह, सारी दुनिया तेरे ही सुर लय में है
वो सुर लय से पूर्ण जीवन मेरा
--(दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा)2
2) (तेरे लिए जांगु, दिवानिशा तु ही मेरा कर्म तू भरोसा)
तेरे बिना शुन्य जीवन सारा
ह्रदय मेरा तुझ बिन है बावरा
--दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
तुम्हें भुलाऊं मैं किस तरह, सारी दुनिया तेरे ही सुर लय में है
वो सुर लय से पूर्ण जीवन मेरा
--(दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा)2
3) (छोड़ के तुम्हें जीना क्या है जीना, तुम्ही तो हो जीवन का हर सपना)
दुःख दैन्य कुछ नहीं ये सारा
क्योंकि दिल ने पाया चरण तेरा
--दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
तुम्हें भुलाऊं मैं किस तरह, सारी दुनिया तेरे ही सुर लय में है
वो सुर लय से पूर्ण जीवन मेरा
--(दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा
दिल में मेरे प्रभु प्रीतम प्यारा)2
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