यीसु गीत- खुल जायेंगी किताबें, जब भी हिसाब होगा
।। स्थाई ।।
(खुल जायेंगी किताबें, जब भी हिसाब होगा
इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा)2
खुल जायेंगी किताबें!
।। अंतरा ।।
1) (जो भी तू कर रहा है, यीशु वो देखता है)2
(हर पल का तुझको इंसां)2
देना हिसाब होगा!
--(इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा)
खुल जायेंगी किताबें जब भी हिसाब होगा
इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा
2) (आजा अभी भी मुड़कर, यीशु बुला रहा है) 2
(वर्ना ये याद कर ले)2
तेरा ही नाश होगा!
--(इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा)
खुल जायेंगी किताबें जब भी हिसाब होगा
इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा
3) (कदमों में उसके रो ले, तौबा गुनाह से कर ले)2
(फ़िदिया मसीह ने दिया)2
माफ़ी तू आज ले ले!
--(इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा)
खुल जायेंगी किताबें जब भी हिसाब होगा
इंसाफ़ का तराजू, यीशु के हाथ होगा
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