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guru meri puja guru govind lyrics गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद जित बिठरावे तित ही बैठूं, jit bitharave tit hi baithun

 


गुरु नानक भजन- गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद

।। दोहा ।।

जित बिठरावे तित ही बैठूं, जो पहिरावे सोई सोई पहीरु।

मेरी उनकी प्रीत पुरानी, बेचे तो बिक जाऊं।।

।।  स्थाई  ।।

गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत

गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत

।।  अंतरा  ।।

1) (गुरु मेरा देव अलख अभेव)2 (सरब पूज्य ,चरण गुरु सेवू)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


।। दोहा ।।

गुरु का दर्शन देख- देख जीवां।। गुरु के चरण सोए-सोए सेवा


2) (गुरु बिन अवर नहीं मैं थाओ)2 (अन दिन जपो गुरु गुरु नाओ)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


3) (गुरु मेरा ग्यान , गुरु रिदे ध्यान)2 (गुरु गोपाल पुरख भगवान)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


।। दोहा ।।

ऐसे गुरु को बल बल जाईए। आप मुकत मोहे तारे ।।


4) (गुरु की सरन रहूँ कर जोर)2 (गुरु बिना मैं नाही होर)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


5) (गुरु बोहित तारे भव पार)2 (गुरु सेवा यम ते छुटकार)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


6) (अन्धकार में गुरु मन्त्र उजारा)2  (गुरु के संग सगन निस्तारा)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


7) (गुरु पूरा पाईये वड भागी)2 (गुरु की सेवा दुःख ना लागी)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)


8) (गुरु का सबद ना मेटे कोई)2 (गुरु नानक नानक हर सोए)2

--(गुरु मेरी पूजा गुरु गोविंद, गुरु मेरा पारब्रह्म गुरु भगवंत)



।। doha ।।

jit bitharaave tit hee baithoon, jo pahiraave soee soee paheeru.

meree unakee preet puraanee, beche to bik jaoon..

।।  sthaee  ।।

guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant

guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant

।।  antara  ।।

1) (guru mera dev alakh abhev)2 (sarab poojy ,charan guru sevoo)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


।। doha ।।

guru ka darshan dekh- dekh jeevaan.. guru ke charan soe-soe seva


2) (guru bin avar nahin main thao)2 (an din japo guru guru nao)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


3) (guru mera gyaan , guru ride dhyaan)2 (guru gopaal purakh bhagavaan)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


।। doha ।।

aise guru ko bal bal jaeee. aap mukat mohe taare 

4) (guru kee saran rahoon kar jor)2 (guru bina main naahee hor)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


5) (guru bohit taare bhav paar)2 (guru seva yam te chhutakaar)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


6) (andhakaar mein guru mantr ujaara)2  (guru ke sang sagan nistaara)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


7) (guru poora paeeye vad bhaagee)2 (guru kee seva duhkh na laagee)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


8) (guru ka sabad na mete koee)2 (guru naanak naanak har soe)2

--(guru meree pooja guru govind, guru mera paarabrahm guru bhagavant)


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(श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र)  सान्ध्यकालीन विनति बार बार करूँ विनती। राधास्वामी आगे॥ दया करो दाता मेरे। चित चरणन लागे ॥१॥ जन्म जन्म रही भूल में। नहिं पाया भेदा ॥ काल करम के जाल में। रहि भोगत खेदा ॥ २ ॥ जगत जीव भरमत फिरें। नित चारों खानी॥ ज्ञानी जोगी पिल रहे। सब मन की घानी ॥ ३ ॥ भाग जगा मेरा आदिका। मिले सतगुरु आई। राधास्वामी धाम का। मोहि भेद जनाई ॥ ४ ॥ ऊँच से ऊँचा देश है। वह अधर ठिकानी ।। बिना संत पावे नहीं। श्रुत शब्द निशानी ॥ ५ ॥ राधास्वामी नाम की। मोहिं महिमा सुनाई ॥ विरह अनुराग जगाय के। घर पहुँचूँ भाई ॥ ६ ॥ साध संग कर सार रस। मैंने पिया अघाई ॥  प्रेम लगा गुरु चरण में। मन शांति न आई ॥ ७ ॥ तड़प उठे बेकल रहूँ। कस पिया घर जाई ॥ दर्शन रस नित नित लंहूँ। गहे मन थिरताई ॥ ८ ॥ सुरत चढ़े आकाश में। करे शब्द बिलासा ॥ धाम धाम निरखत चले। पावे निज घर वासा ॥९॥ यह आशा मेरे मन बसे । रहे चित्त उदासा ॥ विनय सुनो किरपा करो। दीजे चरण निवासा ॥१०॥ तुम बिन कोई समरथ नहीं । जासे माँगू दाना ॥ प्रेमधार बरखा करो। खोलो अमृत खाना ॥ ११ ॥ दीन दयाल दया करो। मेरे समरथ स्वामी॥ शुकर करूँ गावत रहुँ। नित राधास्वामी ॥ १२