he manav tu Ishwar ki Stuti kar lyrics हे मानव तु ईश्वर की स्तुति कर he manaw tu eshwar ki stuti kar
भजन- हे मानव तु ईश्वर की स्तुति कर
।। स्थाई ।।
हे मानव! हे मानव! हे मानव! हे मानव!
(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
हे मानव! हे मानव! हे मानव! हे मानव!
(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
।। अंतरा ।।
1) (जब दूर तलक दुख के बादल छाए हो
जब घोर अंधेरे जीवन में आए हो)
(तब दोनों हाथ जोड़ कर के)2
--(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
--हे मानव! हे मानव! हे मानव! हे मानव!
(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
2) (जब भी अभाव की चिंताएं घेरे हो
पापों की तरफ कदम बढ़ते तेरे हो)
(तब दोनों आंख मूंद कर के)2
--(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
हे मानव! हे मानव! हे मानव! हे मानव!
(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
3) (जब मन के दोषों से पाओ छुटकारा
मन में छेड़ो प्रभु चिंतन का एक तारा)
(फिर मन में खुशियां भर कर के)2
--(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
हे मानव! हे मानव! हे मानव! हे मानव!
(तु ईश्वर की स्तुति कर)2
Comments
Post a Comment