Holi khele raghuvira Avadh mein Holi khele raghuvira lyrics होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा
होली - होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा पारंपरिक होली गीत
।। स्थाई ।।
होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा
होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा
।। अंतरा ।।
1) (केकरे हाथे कनक पिचकारी )2
कनक पिचकारी! कनक पिचकारी!
आरे! केकरे हाथ अबीरा! हो, केकरे हाथ अबीरा!
अवध में होली खेले रघुवीरा!
--(होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा)2
2) (राम के हाथे कनक पिचकारी)2
कनक पिचकारी! कनक पिचकारी!
अरे! लछमन हाथे अबीरा! हो, लछमन हाथे अबीरा!
अवध में होली खेले रघुवीरा!
--(होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा)2
3) (केकरे हाथे ढोलक मन सोहे )2
ढोलक मन सोहे! ढोलक मन सोहे!
आरे! केकरे हाथ मंजीरा,हो! केकरे हाथ मंजीरा,हो!
अवध में होली खेले रघुवीरा!
--(होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा)2
4) (राम जी के हाथे ढोलक मन सोहे)2
ढोलक भल सोहे! ढोलक मन सोहे!
अरे! लछिमन हाथे मंजीरा! हो! लछिमन हाथे मंजीरा!
अवध में होली खेले रघुवीरा!
--(होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा)2
--(होली खेले रघुवीरा, अवध में! होली खेले रघुवीरा)6
---------- अन्य दुसरी पंक्तियां --------
केकरे साथ बहुवे भोली
केकरे साथ सखी टोली, अवध में होली खेले रघुवीरा
होली खेले रघुवीरा, अवध में होली खेले रघुवीरा
सीता साथ बहुवे भोली
उर्मिल साथ सखी टोली, अवध में होली खेले रघुवीरा
होली खेले रघुवीरा, अवध में होली खेले रघुवीरा
होली गीत- फिल्म बागबान से
होरी खेले रघुवीरा, अवध में होरी खेले रघुवीरा
गायक- अमिताभ बच्चन, उदित नारायण और अन्य
।। मुखड़ा ।।
ताल से ताल मिले मोरे बबुआ, बाजे ढोल मृदंग
मन से मन का मेल जो हो तो, रंग से मिल जाए रंग
होरी खेले रघुवीराऽऽ
।। स्थाई ।।
होरी खेले रघुवीरा, अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा, अवध में होरी खेले रघुवीरा
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भई महलन में भीरा अवध में
होरी खेले रघुवीराऽऽ
।। अंतरा ।।
1) (तनको शर्म नहीं आई! देखे नाहीं अपनी उमरिया)2
हो, (साठ बरस में इश्क लड़ाए)2
मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया
(चुनरी पे डारे अबीर अवध में
होरी खेरे रघुवीरा)2
--(होरी खेले रघुवीरा, अवध में होरी खेले रघुवीरा
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भई महलन में भीरा अवध में
होरी खेले रघुवीराऽऽ
" हे अब के फाग मोसे खेलो न होरी
(हाँ हाँ ना खेलत ना खेलत)
तोरी शपथ मैं उमरिया की थोरी
(हाय हाय हाय चाचा)"
2) (देखे है ऊपर से झाँके नहीं अन्दर सजनिया)2
(उम्र चढ़ी है दिल तो जवान है)2
बाहों में भर के मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया
साँची कहे है कबीरा अवध में
--(होरी खेले रघुवीरा, अवध में होरी खेले रघुवीरा
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भई महलन में भीरा अवध में
होरी खेले रघुवीराऽऽ
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