गीत - तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना
।। स्थाई ।।
(होऽऽ होऽऽ होऽ होऽ)2
(तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना)2
ओ, तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना
चाहे तेरे पीछे जग पर छोड़ना
--(होऽऽ होऽऽ होऽ होऽ)2
(तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना)2
ओ, तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना
चाहे तेरे पीछे जग पर छोड़ना
।। अंतरा ।।
1) (मांग मेरी में शबनम ने मोती भरे
और नज़ारों ने मेहंदी लगाई)2
नाचे बिन ही पायलिया छनकने लगी
बिन हवां के ही चुनरी लहराई, चुनरी लहराई
आज दिल से है दिल को जोड़ना
--(होऽऽ होऽऽ होऽ होऽ)
(तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना)2
2) (आँख बन के तुझे देखती ही रहूँ
प्यार की ऐसी तस्वीर बन जा)2
तेरी बाहों की छांव से लिपटी रहूँ
मेरे साँसों की तक़दीर बन जा, तक़दीर बन जा
तेरे साथ वादा किया, नहीं तोड़ना
--(होऽऽ होऽऽ होऽ होऽ)
(तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना)2
3) (तेरे साँसों की आवाज़ बन-बन के मैं
तेरे होठों की नर्मी चुरा लूँ)2
तेरे रुख्सारों की रेश्मी आग से
चाहता हूँ मैं दिल को जला लूँ, दिल को जला लूँ
कहीं जोड़ के ये नाता नहीं तोड़ना
--(होऽऽ होऽऽ होऽ होऽ)2
(तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना)2
ओ, तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना
-------पुनः------
चाहे तेरे पीछे जग पर छोड़ना
--(होऽऽ होऽऽ होऽ होऽ)2
(तेरे संग प्यार मैं नहीं तोड़ना)2
Comments
Post a Comment